क्या राहुल गांधी के फतेहपुर दौरे से पहले विरोधी पोस्टर लगे?

सारांश
Key Takeaways
- हरिओम वाल्मीकि की हत्या ने सियासी माहौल को गरमाया है।
- राहुल गांधी का फतेहपुर दौरा महत्वपूर्ण है।
- सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है।
- विरोधी पोस्टर सियासी बयान हैं।
- कुसुम देवी को नौकरी मिली है।
फतेहपुर, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में मारे गए दलित युवक हरिओम वाल्मीकि के मामले में देश का सियासी माहौल अभी भी गर्म है। हरिओम के परिजनों से मिलने के लिए शुक्रवार को रायबरेली के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी फतेहपुर पहुंचे। उनके दौरे से पहले, शहर में राहुल गांधी के विरोधी पोस्टर लग गए हैं।
राहुल गांधी के दौरे से पहले, जिले में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। पूरे जिले में जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है, और फतेहपुर को एक छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां गुरुवार से पूरे इलाके की जांच कर रही हैं।
दौरे से पहले, हरिओम वाल्मीकि के घर जाने वाले रास्तों पर राहुल गांधी के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में लिखा है कि "गिद्ध बनकर मंडराते हैं, नफरत फैलाने आते हैं" और "दर्द को मत भुनाओ, वापस जाओ।"
"हमें जाति-पाति में बताने की तुम्हारी ये कोशिश कभी कामयाब नहीं होगी" सहित कई अन्य पोस्टर भी लगे हैं।
फतेहपुर के तुराब अली का पुरवा गांव हरिओम का पैतृक गांव है। परिजनों से मुलाकात के बाद, राहुल गांधी कानपुर लौटेंगे और फिर असम के लिए रवाना होंगे।
शहर में विरोध पोस्टर लगने के बाद पुलिस प्रशासन सख्त हो गया है। तुराब अली के पुरवा गांव के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ा दिया गया है। सभी रास्तों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि को लोगों ने चोर समझकर 2 अक्टूबर की रात पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया था।
फिलहाल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिला प्रशासन की पहल पर हरिओम बाल्मीकि की बहन कुसुम देवी को अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) में आउटसोर्स के तहत स्टाफ नर्स के रूप में नियुक्ति पत्र दिया गया है।