क्या राहुल गांधी चुनाव आयोग के खिलाफ झूठा बयान देने की आदत डाल चुके हैं? : एकनाथ शिंदे

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की चुनाव आयोग के खिलाफ बयानबाजी पर शिंदे की प्रतिक्रिया।
- बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा याचिका खारिज होने का महत्व।
- नक्सलवाद समाप्त करने की दिशा में सरकार का प्रयास।
मुंबई, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। पिछले वर्ष के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अनियमितताओं के आरोप लगाने वाली याचिका को बॉम्बे हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इस पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की चुनाव आयोग के खिलाफ गलतबयानी की आदत बन गई है। अदालत ने उनकी याचिका को खारिज करते हुए उन्हें कड़ी फटकार लगाई है।
एकनाथ शिंदे ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी की यह आदत है कि जब वह चुनाव हारते हैं तो चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हैं। जबकि जीतने पर उनकी नजर में आयोग का कार्य सही होता है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जब कांग्रेस तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में जीती तो राहुल गांधी ने आयोग पर सवाल नहीं उठाए। हाल ही में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन जैसे ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार हुई, राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को कठघरे में ला दिया।
शिंदे ने कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से लेकर ईवीएम पर सवाल उठाए। अगर उन्हें कोई समस्या थी तो उन्हें चुनाव आयोग से सवाल पूछने चाहिए थे, न कि कोर्ट का दरवाजा खटखटाना चाहिए था। अदालत ने उनकी याचिका को खारिज कर उन्हें फटकार लगाई है। शिंदे ने कहा कि राहुल गांधी को समझना चाहिए कि जनता को भ्रमित करके राजनीति नहीं होती। मैं आशा करता हूँ कि भविष्य में वह चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल नहीं उठाएंगे।
नक्सलवाद पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में शिंदे ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त किया जाएगा। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलवाद खत्म हो रहा है और वहां विकास हो रहा है। अमित शाह ने संकल्प लिया है कि पूरे देश से नक्सलवाद को खत्म किया जाएगा। पीएम मोदी आतंकवाद के खिलाफ भी निर्णायक कदम उठा रहे हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकवाद को खत्म करने का कार्य किया गया है।