क्या राहुल गांधी की सेना और चुनाव आयोग पर की गई टिप्पणियाँ दिशाहीन हैं?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की टिप्पणियाँ विवादास्पद हैं।
- मदान राठौड़ ने झूठे आरोपों का उल्लेख किया है।
- यह बयान आगामी बिहार चुनाव पर प्रभाव डाल सकते हैं।
- सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ तेज हैं।
- राजनीतिक दलों के बीच विभाजन बढ़ सकता है।
जयपुर, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदान राठौड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारतीय सेना और चुनाव आयोग पर की गई हालिया टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब एक 55 वर्षीय युवा नेता दिशाहीन होकर असंगत बयान देता है, तो उसकी लापरवाही की कीमत पूरे देश को चुकानी पड़ती है।
मदान राठौड़ ने कहा, “हर चुनाव से पहले कांग्रेस और राहुल गांधी अपने ‘राष्ट्र-विरोधी टूलकिट’ का इस्तेमाल करते हैं। उनका उद्देश्य सिर्फ भ्रम फैलाना, अराजकता पैदा करना और लोकतंत्र को कमजोर करना होता है। वे संवैधानिक संस्थाओं जैसे न्यायपालिका, चुनाव आयोग और सशस्त्र बलों पर लगातार हमले करते हैं।”
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता द्वारा लगाए गए चुनाव आयोग संबंधी आरोपों को झूठा, निराधार और सबूत विहीन बताया। उन्होंने कहा कि अगर मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी है तो उसे सबूतों के साथ आयोग को दिया जाना चाहिए। इसके बजाय राहुल गांधी सार्वजनिक मंचों से आरोप लगाकर नागरिकों को गुमराह करना पसंद करते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि न्यायपालिका पहले भी राहुल गांधी को निराधार दावे करने के लिए फटकार लगा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने स्वयं स्वीकार किया था कि लोकतंत्र की रक्षा करना उनका काम नहीं है। यही साबित करता है कि उनका असली उद्देश्य इसे कमजोर करना है। वह विदेशी शक्तियों के साथ मिलकर भारत की संस्थाओं को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं।
मदान राठौड़ ने यह भी कहा कि राहुल गांधी विदेशों में लंबा समय बिताने के बाद भारत लौटते हैं और वहीं के विभाजनकारी विचारों को लागू करने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी के ताजा बयान आगामी बिहार चुनाव में महागठबंधन की संभावित हार को लेकर उनकी हताशा को दर्शाते हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी जानते हैं कि हार तय है, इसलिए वे मतदाता सूचियों और विदेशी हस्तक्षेप के मनगढ़ंत किस्से फैला रहे हैं।
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी लगातार सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने की कोशिश करते रहे हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी उन्होंने इसी तरह के बयान दिए। यह हमारे वीर सैनिकों के त्याग और पराक्रम का अपमान है।
मदान राठौड़ ने राहुल गांधी पर “अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो” नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता जाति, धर्म और क्षेत्रीय आधार पर देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वह भूल जाते हैं कि भारत के लोग ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से प्रेरित हैं।
मदान राठौड़ ने कहा कि आगामी बिहार चुनाव परिणाम राहुल गांधी को स्पष्ट संदेश देंगे कि भारत की जनता लोकतांत्रिक तरीके से इस तरह की राष्ट्र-विरोधी बयानबाजी का जवाब देना जानती है। देश के लोग झूठे प्रचार में नहीं आएंगे, वे राष्ट्र के गौरव और सुरक्षा के साथ खड़े रहेंगे।