क्या राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी गंभीर है?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी की गई है।
- कांग्रेस ने इसकी भारी निंदा की है।
- गृह मंत्री से कार्रवाई की मांग की गई है।
- यह मामला संवैधानिक मूल्यों पर हमला है।
- भाजपा को अपने प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के एक प्रवक्ता द्वारा लाइव टीवी डिबेट में लोकसभा विपक्ष के नेता राहुल गांधी को जान से मारने की खुली धमकी दिए जाने पर कड़ा विरोध जताया है। पार्टी ने इसे साजिशपूर्ण बताया और गृह मंत्री अमित शाह से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, "यह राहुल गांधी की जान को सिर्फ एक बार की धमकी नहीं है। सरकार द्वारा राहुल गांधी की सुरक्षा पर मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखा गया पत्र और उसकी सामग्री को जानबूझकर लीक करना, इसमें साजिश की बू आती है। एक ऐसे नेता की सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण करके, जिसने अपने परिवार के दो सदस्यों को हत्याओं में खो दिया है, यह सरकार आग से खेल रही है।"
खेड़ा ने इसे भाजपा की हताशा का परिणाम बताते हुए कहा कि राहुल गांधी की आरएसएस-भाजपा विचारधारा के खिलाफ तीखी लड़ाई ने उनमें बौखलाहट पैदा कर दी है।
इसी क्रम में, कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी 'एक्स' पर पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, "राजनीतिक क्षेत्र में मतभेदों का समाधान संवैधानिक ढांचे के भीतर, राजनीतिक रूप से ही होना चाहिए। हालांकि, भाजपा नेता अपने राजनीतिक विरोधियों को लाइव टीवी पर जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। जरूर राहुल गांधी के आरएसएस-भाजपा विचारधारा के खिलाफ तीखे संघर्ष ने उन्हें झकझोर दिया है। लेकिन जिसके परिवार के दो सदस्य शहीद हो गए हों, उसके खिलाफ ऐसी निर्मम धमकियां बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। इस धमकी के लिए भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा।"
वेणुगोपाल ने कहा कि यह धमकी संवैधानिक मूल्यों पर हमला है और भाजपा को अपने प्रवक्ता को तुरंत निष्कासित करना चाहिए।