क्या मणिकांता ने राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 100 मीटर में स्वर्ण पदक जीता?

Click to start listening
क्या मणिकांता ने राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 100 मीटर में स्वर्ण पदक जीता?

सारांश

राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मणिकांता ने 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। बारिश के बावजूद उनका प्रदर्शन बेमिसाल रहा और उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर नया मील का पत्थर स्थापित किया। जानें इस प्रतियोगिता में और क्या हुआ।

Key Takeaways

  • मणिकांता ने 100 मीटर दौड़ में 10.19 सेकंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता।
  • उन्होंने बारिश के बावजूद अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ने में सफलता पाई।
  • महिलाओं की दौड़ में स्नेहा एस.एस. ने शानदार प्रदर्शन किया।
  • गुबिका को दौड़ के दौरान गंभीर चोट लगी।
  • मणिकांता का लक्ष्य 2026 एशियाई खेलों में पदक जीतना है।

रांची, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक मणिकांता होबलीधर ने रविवार को राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बारिश से प्रभावित दिन में शानदार प्रदर्शन किया और पुरुषों की 100 मीटर दौड़ का खिताब 10.19 सेकंड में जीतकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। 10.19 सेकंड किसी भी भारतीय धावक द्वारा अब तक का दूसरा सबसे तेज समय है।

बिरसा मुंडा स्टेडियम में मणिकांता ने सेमीफाइनल में 10.23 सेकंड के अपने पिछले मीट रिकॉर्ड की बराबरी की और फिर फाइनल में कई बेहतरीन प्रतियोगियों को पछाड़ दिया। उन्होंने प्रणव गुरव (10.31 सेकंड) और हर्ष राउत (10.38 सेकंड) से आगे रहते हुए स्वर्ण पर कब्जा जमाया।

मणिकांता का विजयी समय अनिमेष कुजूर के 10.18 सेकंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड से केवल 0.01 सेकंड कम था। दौड़ के बाद, उन्होंने स्वीकार किया कि गीले ट्रैक ने उनके दौड़ने की गति में बाधा डाली। उन्होंने कहा, "मेरा लक्ष्य 10.10 मीटर का समय निकालना था, लेकिन गीले ट्रैक ने मेरी गति धीमी कर दी। मेरा लक्ष्य 2026 एशियाई खेलों में व्यक्तिगत पदक जीतना है।"

ऊंची कूद की एथलीट गुबिका, जिन्होंने पहले ही 1.79 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीत लिया था, को और ऊंचा स्थान हासिल करने के प्रयास में दाहिने घुटने में गंभीर चोट लग गई। दर्द से कराहते हुए उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा, जिससे दर्शक स्तब्ध रह गए।

महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में, स्नेहा एस.एस. (11.62 मीटर) ने सुदेशना शिवंकर (11.64 मीटर) और अभिन्या राजराजन (11.67 मीटर) को कड़े मुकाबले में पीछे छोड़ दिया। अभिन्या कमर की समस्या बढ़ने के बाद दर्द से कराहते हुए गिर पड़ीं। उन्हें ट्रैक से बाहर ले जाया गया।

ओलंपियन क्वार्टर-मिलर राजेश रमेश ने अपनी दौड़ पूरी करने का सही समय निकाला और 80 मीटर की दूरी पर संतोष टी. को पीछे छोड़ते हुए सीजन के सर्वश्रेष्ठ 45.75 सेकंड के साथ पुरुषों की 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। 110 मीटर बाधा दौड़ में, मानव आर. ने तेजस शिरसे की अनुपस्थिति में अपना खिताब बरकरार रखा और 13.97 सेकंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता।

Point of View

मैं यह कह सकता हूं कि मणिकांता का यह प्रदर्शन न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह हमारे देश के एथलेटिक्स के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हमें ऐसे एथलीटों पर गर्व होना चाहिए जो कठिनाइयों का सामना करके भी उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित कर रहे हैं।
NationPress
28/09/2025

Frequently Asked Questions

मणिकांता ने 100 मीटर दौड़ में कितना समय लिया?
मणिकांता ने 100 मीटर दौड़ में 10.19 सेकंड का समय लिया।
कौन से स्टेडियम में यह चैंपियनशिप हुई?
यह चैंपियनशिप बिरसा मुंडा स्टेडियम में हुई।
मणिकांता का अगला लक्ष्य क्या है?
मणिकांता का अगला लक्ष्य 2026 एशियाई खेलों में व्यक्तिगत पदक जीतना है।
महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में कौन विजेता रही?
महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में स्नेहा एस.एस. विजेता रही।
गुबिका को किस चोट का सामना करना पड़ा?
गुबिका को दाहिने घुटने में गंभीर चोट लगी।