क्या राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट की फटकार पर किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर झूठा नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को फटकार लगाई।
- किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर झूठे नैरेटिव का आरोप लगाया।
- 1962 के बाद से चीन ने एक इंच भी जमीन नहीं ली, यह दावा किया गया।
- वीडियो क्लिप में केंद्रीय मंत्री ने अपनी बात रखी।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के संसद में चीन और भारतीय सेना को लेकर दिए बयान पर सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय ने कड़ी फटकार लगाई। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस और 'लेफ्ट इकोसिस्टम' के लोगों पर झूठे नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर संसद में दिए अपने वक्तव्य की एक वीडियो क्लिप साझा की। वीडियो में वे स्पष्ट रूप से बताते हुए नजर आ रहे हैं कि 1962 के बाद से चीन ने भारत की एक इंच भी जमीन नहीं ली है।
उन्होंने वीडियो साझा करते हुए एक्स पर लिखा, "सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को उनके गैर-जिम्मेदाराना दावे के लिए फटकार लगाई कि चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आपको कैसे पता कि 2000 वर्ग किलोमीटर भारतीय जमीन पर चीनियों ने कब्जा कर लिया है? एक सच्चा भारतीय ऐसा नहीं कहेगा।"
रिजिजू ने लिखा, "भारत की सीमाओं के संबंध में कांग्रेस और लेफ्ट इकोसिस्टम के झूठे नैरेटिव के कारण कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। 1962 के बाद, अरुणाचल प्रदेश में एक इंच जमीन चीन ने नहीं ली है।"
केंद्रीय मंत्री ने संसद में दिए अपने भाषण की क्लिप साझा की। इसमें वे बोल रहे हैं, "जिस प्रदेश (अरुणाचल प्रदेश) से मैं आता हूं, वहां पर चीन कितने अंदर घुसकर और कब्जा किए हुए बैठा है, इस पर मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जब 10 अक्टूबर, 1962 को चीन का आक्रमण हुआ, उस समय उनकी आर्मी असम के मिसामारी तक पहुंची। फिर सीजफायर के बाद 21 नवंबर को वे सभी वापस चले गए।"
उन्होंने बताया, "चीन ने जिस जगह पर कब्जा किया है, वह लोंगजू है। 1959 में जब हमारी असम राइफल का वहां पर कैंप था, उस समय किया था। चीन ने इसके अतिरिक्त थोड़ा सा और 1962 में लिया। 1962 के बाद से देश में कई सरकारें आईं, लेकिन इस दौरान चीन ने हमारी एक इंच भी जमीन नहीं ली।"