क्या राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों से सियासी संग्राम बढ़ेगा?

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क्या राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों से सियासी संग्राम बढ़ेगा?

सारांश

नई दिल्ली में सियासी संग्राम छिड़ गया है, जब राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर 'वोट चोरी' के आरोप लगाए। इस मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के सांसदों के बीच तीखी बहस हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। जानिए इस मामले की पूरी कहानी और इसके पीछे की सच्चाई।

Key Takeaways

  • राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
  • कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी बहस हो रही है।
  • चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
  • दुनिया भर में लोकतंत्र की मजबूती के लिए पारदर्शिता जरूरी है।
  • इस विवाद का चुनावों पर असर पड़ सकता है।

नई दिल्ली, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर 'वोट चोरी' के आरोपों ने सियासी हलचल तेज कर दी है। विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर आयोग को कठघरे में खड़ा किया है, वहीं भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी के आरोपों का पलटवार किया है।

राहुल गांधी के द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "राहुल गांधी ने सबूत इकट्ठा करने और कड़ी मेहनत के बाद देश के सामने तथ्य पेश किए हैं। बेंगलुरु सेंट्रल के महादेवपुरा निर्वाचन क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा वोटों में अनियमितताएं पाई गई हैं। स्थिति यह है कि वहां कुछ लोगों के पते की जानकारी भी नहीं है। पिता के नाम गायब हैं और अन्य गंभीर समस्याएं भी मिली हैं। यह एक गंभीर मामला है, जो दर्शाता है कि देश का लोकतंत्र खतरे में है। यह बार-बार कहा गया है और अब यह उजागर हो गया है कि निश्चित रूप से कुछ गड़बड़ है।"

कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा, "यह कोई मजाक नहीं है और चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए। यह एक महत्वपूर्ण मामला है और जैसा कि राहुल गांधी ने कल स्पष्ट रूप से कहा है कि यह लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है। मेरा मानना है कि इस दिशा में कदम उठाए जा चुके हैं, लेकिन हम लोकतंत्र को बचाने के लिए सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह लड़ते रहेंगे।"

कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जब तक यह मुद्दा हल नहीं हो जाता, हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे क्योंकि यह एक मौलिक अधिकार है। 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के प्रत्येक भारतीय के पास मतदाता पहचान पत्र होना चाहिए। वे किसे वोट देते हैं, यह उनकी अपनी पसंद है और किसी को भी यह अधिकार छीनने का अधिकार नहीं है। चुनाव आयोग को भी नहीं। ये लोग चाहते हैं कि उनके अधिकार छीन लिए जाएं।"

कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा, "बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी को संभव बनाने के लिए ही एसआईआर किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह कदम राहुल गांधी के विस्तृत सबूतों का जवाब है। अब यह स्पष्ट है कि ऐसी अनियमितताएं संभवतः पूरे देश में हुई हैं।"

राहुल गांधी के आरोपों पर भाजपा सांसद जगदीश शेट्टार ने पलटवार किया। राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा, "राहुल गांधी अनावश्यक रूप से समस्या खड़ी कर रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी पर अस्पष्ट आरोप लगा रहे हैं। यह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कल बैठक में कागजों का बंडल दिखाया। उन्होंने चुनाव आयोग के सामने इसे क्यों नहीं पेश किया? उन्होंने अदालत में इसे चुनौती क्यों नहीं दी?"

भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा, "आज यह तय करना मुश्किल है कि कौन मतदाता किसे वोट देगा। अगर वैध मतदाता जो सूची से हटना नहीं चाहते, उनका नाम सूची से हट जाए, तो यह एक बड़ी चुनौती है। राहुल गांधी को उन मतदाताओं के नाम (जिनके नाम हटाए जाने का दावा वे कर रहे हैं) सबूत के साथ चुनाव आयोग को दिखाने चाहिए। अभी तक किसी भी मतदाता का नाम जोड़ा या हटाया गया हो, इसका कोई सबूत नहीं मिला है। यह एक गंभीर सवाल है, और चुनाव आयोग सही ही जवाब मांग रहा है।"

Point of View

NationPress
08/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या राहुल गांधी के आरोप सच हैं?
राहुल गांधी के आरोपों के पीछे कई सबूत हैं, लेकिन भाजपा इसे राजनीति का हिस्सा मानती है।
चुनाव आयोग ने क्या प्रतिक्रिया दी है?
चुनाव आयोग ने आरोपों का संज्ञान लिया है और स्थिति की जांच करने का आश्वासन दिया है।
इस विवाद का चुनावों पर क्या असर होगा?
यह विवाद चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकता है, खासकर जब वोटिंग नजदीक है।