क्या बिहार में राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' ऐतिहासिक होगी? : तेजस्वी यादव

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की यात्रा का उद्देश्य वोटर अधिकारों की सुरक्षा है।
- तेजस्वी यादव का कहना है कि यात्रा ऐतिहासिक होगी।
- महागठबंधन का जोर जनता के मुद्दों पर है।
- सभी जातियों और धर्मों का समर्थन महागठबंधन को मिल रहा है।
- एनडीए की परेशानियाँ बढ़ने की संभावना है।
पटना, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपनी 'वोटर अधिकार यात्रा' की शुरुआत बिहार के सासाराम से रविवार को करने जा रहे हैं। इस यात्रा में बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और अन्य सभी गठबंधन दलों के नेता शामिल होंगे।
तेजस्वी यादव ने इस आयोजन को लेकर कहा कि यह यात्रा ऐतिहासिक होगी और हमें बिहार के 14 करोड़ लोगों का आशीर्वाद मिलेगा।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक है। हम जनता के बीच जाकर केवल वोट देने के अधिकार से नहीं, बल्कि उनके वोट की रक्षा के प्रति भी जागरूक करेंगे। हम उनकी समस्याओं को उठाएंगे और स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद हम क्या करेंगे, यह भी बताएंगे।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि ये हमारी पहली यात्रा नहीं है। जनसमर्थन देखकर एनडीए के लोग घबरा जाते हैं। जब प्रधानमंत्री बिहार आते हैं, तो स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। डायलॉगबाजी से कुछ नहीं होता, जब पीओके पर कब्जा करने का मौका मिला था, तब अमेरिका के राष्ट्रपति के कहने से डर गए।
राजद नेता ने देश में डेमोग्राफी चेंज के बयान पर कहा कि 11 सालों से ये लोग क्या कर रहे थे? झारखंड में भी यह मुद्दा उठाया गया था, जनता ने जवाब दिया था। चुनाव के समय इन्हें घुसपैठियों की याद आ जाती है।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इस बार महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत देने जा रही है। सभी जातियों और धर्मों के लोगों का आशीर्वाद हमें मिल रहा है। यही कारण है कि अन्य राजनीतिक पार्टियां डर गई हैं और ऊटपटांग बातें कर रही हैं।