क्या रेलवे ने आरक्षण सूची को आठ घंटे पहले जारी करने का बड़ा फैसला लिया है?

सारांश
Key Takeaways
- आरक्षण चार्ट अब आठ घंटे पहले जारी होगा।
- तत्काल टिकट बुकिंग के लिए प्रमाणित उपयोगकर्ता आवश्यक होंगे।
- नए ओटीपी आधारित प्रमाणीकरण की व्यवस्था लागू होगी।
- यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
- यह कदम यात्रियों की अनिश्चितता को कम करेगा।
नई दिल्ली, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय रेलवे ने रविवार को यात्रियों को महत्वपूर्ण राहत देने का ऐलान किया है। अब आरक्षण चार्ट चार घंटे की बजाय आठ घंटे पहले जारी किया जाएगा। इससे यात्रियों को यात्रा की योजना बनाने में सहूलियत होगी।
रेलवे बोर्ड ने प्रस्थान से आठ घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने का प्रस्ताव पेश किया है। दोपहर दो बजे से पहले प्रस्थान करने वाली ट्रेनों के लिए चार्ट एक दिन पहले रात नौ बजे तैयार किया जाएगा। नई पीआरएस (यात्री आरक्षण प्रणाली) प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुकिंग की अनुमति देगी।
इसके अलावा, 1 जुलाई से आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर केवल प्रमाणित उपयोगकर्ताओं को ही तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति होगी। इसके साथ ही, जुलाई के अंत से तत्काल बुकिंग के लिए ओटीपी आधारित प्रमाणीकरण लागू किया जाएगा। यह प्रमाणीकरण उपयोगकर्ता के डिजिलॉकर खाते में उपलब्ध आधार या किसी अन्य मान्य सरकारी आईडी का उपयोग करके किया जा सकेगा।
भारतीय रेलवे यात्री अनुभव को यात्री-केंद्रित बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। रेलवे के साथ यात्रा की प्रक्रिया आरक्षण से शुरू होती है। रेलवे टिकट बुकिंग को और सरल बनाने के लिए कई कदम उठा रहा है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में इन सुधारों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि टिकटिंग सिस्टम को स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और कुशल होना चाहिए। योजना का केंद्र बिंदु यात्री सुविधा होनी चाहिए। सिस्टम को यात्रियों के लिए एक सहज और आरामदायक यात्रा अनुभव सुनिश्चित करना चाहिए।
वर्तमान में आरक्षण चार्ट ट्रेन के प्रस्थान से चार घंटे पहले तैयार किया जाता है, जिससे यात्रियों में अनिश्चितता पैदा होती है। इस अनिश्चितता को कम करने के लिए रेलवे बोर्ड ने प्रस्थान से आठ घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने का प्रस्ताव दिया है।
रेल मंत्री ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए बोर्ड को निर्देश दिया कि इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए। इससे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों की अनिश्चितता कम होगी। यात्रियों को वेटिंग लिस्ट की स्थिति के बारे में पहले से जानकारी मिल जाएगी, जिससे उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए अधिक समय मिलेगा।