क्या रेलवे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सभी कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा के लिए सभी यात्री कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
- कैमरे केवल सार्वजनिक क्षेत्रों में होंगे।
- कैमरे नवीनतम तकनीक से लैस होंगे।
- यात्रियों की निजता का ध्यान रखा जाएगा।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जाएगा।
नई दिल्ली, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को और भी मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सकारात्मक परीक्षण के परिणामों के आधार पर, रेलवे ने सभी यात्री कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। इस पहल से ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
रेल मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि कैमरे यात्रियों की निजता का ध्यान रखते हुए कोच के सामान्य आवागमन क्षेत्र, जैसे दरवाजों के आस-पास लगाए जाएंगे। यह कदम उन असामाजिक तत्वों और संगठित गिरोहों पर काबू पाने में सहायक होगा, जो भोले-भाले यात्रियों को निशाना बनाते हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने इस योजना की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की। बैठक में रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इसमें बताया गया कि उत्तरी रेलवे में किए गए सफल परीक्षणों के बाद अब देशभर के सभी कोचों और इंजनों में कैमरे लगाए जाएंगे।
प्रत्येक कोच में चार डोम-टाइप सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसमें से दो-दो कैमरे दोनों दरवाजों के पास होंगे। वहीं, प्रत्येक इंजन में कुल छह कैमरे होंगे, जो आगे, पीछे और दोनों ओर एक-एक लगाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, फ्रंट और रियर कैब में एक-एक डोम कैमरा और दो डेस्क माउंटेड माइक्रोफोन भी लगाए जाएंगे।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि सभी कैमरे नवीनतम तकनीक से लैस होंगे और एसटीक्यूसी प्रमाणित होंगे। रेल मंत्री ने निर्देश दिए कि ऐसे कैमरे लगाए जाएं जो 100 किमी प्रति घंटे या उससे अधिक की रफ्तार से चल रही ट्रेनों में भी स्पष्ट रिकॉर्डिंग कर सकें, साथ ही कम रोशनी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करें।
उन्होंने अधिकारियों को इंडिया एआई मिशन के सहयोग से इन कैमरों द्वारा कैप्चर किए गए डेटा पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए भी कहा।
रेलवे मंत्रालय ने यह सुनिश्चित किया है कि यात्रियों की निजता से कोई समझौता न हो। कैमरे केवल सार्वजनिक आवागमन वाले क्षेत्रों में लगाए जाएंगे, जिससे सुरक्षा तो सुनिश्चित होगी ही, साथ ही किसी की गोपनीयता भी प्रभावित नहीं होगी।
यह पहल भारतीय रेलवे की यात्रियों को सुरक्षित, आधुनिक और सुविधाजनक यात्रा अनुभव देने की प्रतिबद्धता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आने वाले समय में यह तकनीक रेल यात्रा को पहले से ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद बनाएगी।