क्या सपा नेता रईस शेख ने निशिकांत दुबे पर आरोप लगाया कि वे मराठी भाषा विवाद को चुनावी मुद्दा बना रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- भाषा का विकास में महत्व
- राजनीतिक बयानबाजी और विवाद
- धर्मनिरपेक्षता का महत्व
- शहरी विविधता
- भाषाई सम्मान
मुंबई, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के नेता एवं विधायक रईस शेख ने सोमवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के मराठी भाषा पर दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता इसे राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहते हैं।
निशिकांत दुबे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रईस शेख ने कहा, "भारतीय जनता पार्टी की यह नीति है कि वे हर चीज को धर्म से जोड़ते हैं। निशिकांत दुबे इसे चुनावी मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन मुझे लगता है कि उनकी बात का कोई महत्व नहीं है।"
सपा नेता ने कहा, "प्रादेशिक भाषा की अपनी एक अहमियत होती है। इसलिए हर किसी को इसे सीखना चाहिए, जो यहां रहना चाहते हैं। भाषा का उपयोग विकास के लिए होना चाहिए, न कि लोगों को बांटने के लिए। समाजवादी पार्टी सभी भाषाओं का सम्मान करती है।"
उन्होंने कहा, "हमारा शहर (मुंबई) बहुभाषी और विविधता से भरा है। पूरे विश्व से लोग यहां आते हैं और अब हमारे बच्चे कोरियन भाषा भी सीख रहे हैं। इसी सरकार ने जर्मन भाषा सीखने के लिए एक नया रास्ता निकाला। इसलिए भाषा का उपयोग विकास के लिए होना चाहिए, न कि लोगों को बांटने के लिए।"
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा विवाद को लेकर राजनीतिक हलचल बढ़ी हुई है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान को लेकर पक्ष और विपक्ष के नेताओं की बयानबाजी जारी है।
निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा था, "हिंदी भाषी लोगों को मुंबई में मारने वाले, अगर हिम्मत है तो महाराष्ट्र में उर्दू भाषियों को मार कर दिखाओ। अपने घर में तो कुत्ता भी शेर होता है? कौन कुत्ता, कौन शेर खुद ही फैसला कर लो।"
शेख ने कहा कि देश ऐसी किसी भी विचारधारा को नहीं मानता। यह देश धर्मनिरपेक्ष है और धर्मनिरपेक्ष बना रहेगा।
ब्रिक्स सम्मेलन में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पीएम मोदी के बयान पर रईस शेख ने कहा, "प्रधानमंत्री के बयान का हम समर्थन करते हैं। लेकिन मैं पूछता हूं कि क्यों पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई रोकी गई।"
आशीष शेलार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, "वे हमारे सीनियर साथी हैं। उन्हें विश्वास दिलाना चाहिए कि मुंबई में आप सुरक्षित हैं और आपकी सुरक्षा की जाएगी।"