क्या राजस्थान में ग्राम सेवक भर्ती में डमी कैंडिडेट रैकेट का पर्दाफाश हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- राजस्थान पुलिस ने भर्ती परीक्षा में धांधली के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
- ग्राम सेवक भर्ती परीक्षा-2016 में डमी कैंडिडेट का मामला सामने आया है।
- मुख्य आरोपी लाडू राम विश्नोई को गिरफ्तार किया गया है।
- जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है ताकि पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
- गिरफ्तारी में मदद करने वाले को इनाम की घोषणा की गई है।
जयपुर, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान पुलिस की विशेष कार्य समूह (एसओजी) भर्ती परीक्षाओं में हो रही धांधलियों के खिलाफ कठोर कदम उठा रही है। इसी संदर्भ में, एसओजी ने सरकारी नौकरी में धोखाधड़ी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
एसओजी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विशाल बंसल ने बताया कि ग्राम सेवक भर्ती परीक्षा-2016 में डमी कैंडिडेट का उपयोग करके नौकरी प्राप्त करने के मामले में मुख्य आरोपी लाडू राम विश्नोई को गिरफ्तार किया गया है। लाडू राम पर 10 हजार रुपए का इनाम था।
यह मामला तब उजागर हुआ जब एसओजी को एक शिकायत मिली, जिसमें आरोप था कि कैंडिडेट लाडू राम विश्नोई ने 2016 में ग्राम सेवक परीक्षा में स्वयं भाग नहीं लिया था। उसने कथित तौर पर एक डमी कैंडिडेट को परीक्षा में बैठाया था।
प्रारंभिक जांच में आरोपों की पुष्टि हुई, जिसके बाद एसओजी ने मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया। जांच में यह भी पता चला कि लाडू राम ने बाड़मेर के रहने वाले जगदीश विश्नोई के बेटे गोपाल विश्नोई को परीक्षा में अपनी जगह बैठने के लिए नियुक्त किया था।
चौंकाने वाली बात यह है कि डमी कैंडिडेट गोपाल विश्नोई खुद जोधपुर में सेकंड-ग्रेड टीचर के रूप में कार्यरत था। उसे पहले 19 दिसंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था। मामले के दर्ज होने के बाद से लाडू राम फरार था और गिरफ्तारी से बचने के लिए जगह-जगह बदल रहा था।
इसीलिए, एसओजी ने उसे पकड़ने में मदद करने वाले को 10 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की। तकनीकी निगरानी, इंटेलिजेंस इनपुट और निरंतर मॉनिटरिंग का उपयोग करते हुए एसओजी ने अंततः 1 दिसंबर को उसे पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपी गदरा नेदीनाडी, तहसील धोरीमन्ना, जिला बाड़मेर का निवासी है। एसओजी अब इस मामले में जांच का दायरा बढ़ा रही है ताकि इस जाली भर्ती के पीछे के पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके।