क्या केंद्र सरकार के ऐलान से राजस्थान के कर्मचारी और किसान खुश हैं?

सारांश
Key Takeaways
- महंगाई भत्ते में वृद्धि से कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
- रबी फसलों का एमएसपी बढ़ाना किसानों के लिए लाभकारी है।
- केंद्र सरकार का दालों में आत्मनिर्भरता मिशन किसानों की स्थिति को सुधारने में सहायक होगा।
- ये निर्णय आर्थिक सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
- किसान और कर्मचारी दोनों के लिए दिपावली का तोहफा साबित हो सकते हैं।
चूरू, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार ने दिपावली से पहले किसानों और कर्मचारियों दोनों को बड़ी राहत दी है। एक ओर जहां केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ा दिया गया है, वहीं दूसरी ओर 2026-27 विपणन सत्र के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की गई है। इन फैसलों से कर्मचारियों और किसानों दोनों के चेहरों पर खुशी झलक रही है।
कर्मचारी इसे सरकार का दिपावली तोहफा बता रहे हैं। वहीं, किसान इसे अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने वाला ऐतिहासिक कदम मान रहे हैं।
राजस्थान के चूरू में केंद्रीय कर्मचारी लोकेश कुमार चौधरी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में कहा कि इससे हमारी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। लंबे समय से हम उम्मीद लगाए बैठे थे कि सरकार महंगाई भत्ता बढ़ाएगी। ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार ने हमें दिवाली से पहले बड़ी खुशी की खबर दी है। हम इसे दिपावली का तोहफा मान रहे हैं।
वहीं, केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 2026-27 विपणन सत्र के लिए रबी फसलों के एमएसपी को मंजूरी दिए जाने पर किसान अनिल ने कहा कि एमएसपी में वृद्धि से किसानों को बहुत लाभ हुआ है। यह सरकार का एक उत्कृष्ट निर्णय है। किसान ने बताया कि वह मूंग, बाजरा और मोठ जैसी दालों की खेती करते हैं। एमएसपी में बढ़ोतरी से अन्नदाताओं को काफी फायदा मिलेगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
एक अन्य किसान ने कहा कि केंद्र सरकार के 'दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन' से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। किसानों ने बताया कि सरकार ने जो लक्ष्य रखा है, यदि यह पूरा होता है तो भारत का किसान आर्थिक रूप से मजबूत होगा। साथ ही साथ भारत की दाल पर अन्य देशों पर निर्भरता समाप्त होगी, जिससे भारत आगे बढ़ेगा। निश्चित रूप से यह योजना भारत को आत्मनिर्भर बनने में कारगर साबित होगी। किसान हित में सरकार की तरफ से कई लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।