क्या राजस्थान में रिश्वतखोर अफसर पर एसीबी का शिकंजा कस गया?
सारांश
Key Takeaways
- भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई
- एसीबी का महत्वपूर्ण कदम
- रिश्वतखोरी पर नियंत्रण
- सही जांच प्रक्रिया का पालन
- समाज में बदलाव की आवश्यकता
चूरू, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने भ्रष्टाचार पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए सोमवार को राजस्थान के सरदारशहर तहसील कार्यालय में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। एसीबी की टीम ने सहायक प्रशासनिक अधिकारी निर्मल सोनी को 90 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
यह कार्रवाई एसीबी चौकी झुंझुनूं इकाई ने मुख्यालय जयपुर के निर्देश पर की गई।
शिकायतकर्ता अंजनी सोनी ने एसीबी में यह शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने तहसील कार्यालय सरदारशहर में अपनी कृषि भूमि के कन्वर्जन के लिए आवेदन किया था। इस दौरान आरोपी निर्मल सोनी ने कन्वर्जन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी।
गोपनीय जांच और सत्यापन के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि आरोपी ने स्वयं और तहसीलदार के नाम पर 90 हजार रुपए लेने की बात कही थी। एसीबी के डीएसपी शब्बीर खान ने बताया कि इसके बाद टीम ने ट्रैप बिछाया और सोमवार को निर्मल सोनी को शिकायतकर्ता से 90 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने रिश्वत की रकम अपनी पैंट की आगे की बाईं जेब में रखी थी, जिसे मौके पर ही बरामद कर लिया गया।
इस कार्रवाई का नेतृत्व उप अधीक्षक पुलिस सबीर खान और उनकी टीम ने किया। फिलहाल एसीबी टीम मौके पर मौजूद है और आवश्यक अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसीबी अब मामले की गहन जांच कर रही है ताकि इसमें शामिल अन्य संभावित आरोपियों की भूमिका का भी पता लगाया जा सके।