क्या राजस्थान के पर्यटक नेपाल में फंसे हैं? जानिए उनकी आपबीती

सारांश
Key Takeaways
- उदयपुर के 31 पर्यटक नेपाल में फंसे हैं।
- हिंसा के कारण उड़ानें रद्द हुई हैं।
- पर्यटक सुरक्षित हैं, लेकिन डरे हुए हैं।
- भारतीय दूतावास से संपर्क किया गया है।
- सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाई गई है।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेपाल में चल रहे विद्रोह के कारण उदयपुर (राजस्थान) के 31 पर्यटक वहां फंस गए हैं। ये सभी तीर्थयात्रा पर थे और पशुपति नाथ मंदिर में दर्शन करने गए थे।
यह परिवार बुधवार को घर लौटने वाला था, लेकिन जेन-जी युवाओं के आंदोलन के कारण हिंसा भड़क गई और उनकी वापसी की उड़ान रद्द हो गई। ये सभी पर्यटक पोखरा शहर में दो दिनों से फंसे हैं।
फंसे हुए परिवारों ने बताया कि वे डरे हुए हैं, क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर हिंसक भीड़ को आगजनी और तोड़फोड़ करते देखा है।
समूह में शामिल उदयपुर के भाजपा नेता अनिल सिंघल ने एक स्वयं-रिकॉर्ड किए वीडियो में कहा कि नेपाल में हालात चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा, “युवाओं का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन को लेकर यह आंदोलन खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है। जगह-जगह आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हो रही हैं। हालांकि, पर्यटक सुरक्षित हैं और नेपाली लोग हमें नुकसान नहीं पहुंचा रहे।”
जानकारी के अनुसार, जयपुर और उदयपुर से लगभग 700 पर्यटक नेपाल में फंसे हुए हैं।
समूह के एक अन्य सदस्य, भागवतीलाल मेनारिया, ने बताया कि मंगलवार सुबह पशुपति नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद वे लौट रहे थे, तभी हिंसा शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि वे वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज होते हुए नेपाल पहुंचे थे और कोलकाता और गंगासागर होते हुए उदयपुर लौट रहे थे।
भारतीय दूतावास से संपर्क कर उन्हें सलाह दी गई है कि वे होटल में रुकें और स्थिति सामान्य होने का इंतजार करें। जयपुर और भीलवाड़ा के पर्यटक भी वहीं होटल में ठहरे हुए हैं।
इससे पहले, सोशल मीडिया पर एक भारतीय महिला का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने मदद की गुहार लगाई। महिला ने कहा, “मैं भारतीय दूतावास से अनुरोध करती हूं कि हमारी मदद कीजिए। जितने लोगों की मदद कर सकते हैं, कीजिए। प्रदर्शनकारी सबकुछ जला रहे हैं और पर्यटकों को भी नहीं बख्श रहे।”