क्या बिहार में वोट चोरी होता तो वोटिंग प्रतिशत 65 कैसे पहुंचता?
सारांश
Key Takeaways
- राजद पर दलितों के खिलाफ अत्याचार का आरोप।
- राहुल गांधी की राजनीति की आलोचना।
- बिहार में वोटिंग प्रतिशत की बढ़ोतरी।
- युवाओं और महिलाओं का एनडीए के प्रति समर्थन।
पटना, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बिहार में दलितों पर अत्याचार के लिए राजद को निशाने पर लिया है। उन्होंने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी तंज कसा।
गोपालगंज में राजद समर्थकों द्वारा दलितों पर किए गए कथित हमले पर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि पूरा बिहार उस पार्टी के बारे में जानता है जो दलितों पर अत्याचार करती है। यही राष्ट्रीय जनता दल का असली चेहरा है, और इसी कारण अब जब वे दलितों पर हमला कर रहे हैं, तो उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
भाजपा सांसद ने कहा कि एक ऐसा राजनीतिक दल है, जिसके नेता राहुल गांधी हैं, जो दूसरों पर वोट चोरी का आरोप लगाते हैं। लेकिन बिहार चुनाव के पहले चरण में यह साफ हो गया है कि बिहार की जनता स्वयं वोट डाल रही है। यदि वोट चोरी होती, तो मतदान का प्रतिशत 65 प्रतिशत कैसे पहुंचता? इसीलिए एक बड़ी पार्टी का चुनावी घोषणापत्र पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।
उन्होंने राहुल गांधी के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह भारत की जेन-जी को समझ नहीं पा रहे हैं। राहुल गांधी को लगता है कि भारत's जेन-जी उनके साथ है, लेकिन हकीकत यह है कि भारत की युवा पीढ़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और मेरे साथ खड़ी है। इसलिए मैं मानता हूँ कि राहुल की धारणा गलत है।
सांसद ने यह भी कहा कि युवाओं के बीच एनडीए की लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने बिहार में युवाओं, महिलाओं और गरीबों का विश्वास जीता है।
यह ध्यान देने योग्य है कि राहुल गांधी ने एक वीडियो के माध्यम से जेन-जी से परिवर्तन के नाम पर भारी संख्या में वोट देने की अपील की थी।
राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि आज युवा, महिलाएं और सभी गरीब एनडीए के साथ खड़े हैं। राजद के सभी दावे पूरी तरह से खारिज हो चुके हैं।