क्या राजकोट में 8-9 जनवरी को कच्छ और सौराष्ट्र अंचल के लिए होगी वाइब्रेंट गुजरात रीजनल एग्जीबिशन?
सारांश
Key Takeaways
- राजकोट में 8-9 जनवरी को वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन।
- कच्छ और सौराष्ट्र के उद्योगों को एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।
- प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा जैसे कृषि, इंजीनियरिंग और ऊर्जा।
- स्थानीय एमएसएमई और उद्यमियों के लिए नए अवसर।
- सरकारी विभागों का सहयोग इस आयोजन में शामिल होगा।
गांधीनगर, 25 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात सरकार ने कच्छ एवं सौराष्ट्र अंचल के लिए वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (वीजीआरसी) के दूसरे संस्करण की घोषणा की है, जो आगामी 8 से 9 जनवरी 2026 तक राजकोट में आयोजित किया जाएगा। इसी दौरान उसी स्थान पर वाइब्रेंट गुजरात रीजनल एग्जीबिशन (वीजीआरई) भी आयोजित होगा, जो कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र के उद्योगों, एमएसएमई, सरकारी संस्थाओं और उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।
द्वितीय वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस सिरामिक्स, इंजीनियरिंग, बंदरगाह एवं लॉजिस्टिक्स, मत्स्योद्योग, पेट्रोरसायन, कृषि एवं खाद्य प्रंस्करण, खनिज इत्यादि जैसे प्रमुख विकास क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य रणनीतिक भागीदारी, पॉलिसी सपोर्ट और निवेशकों के सहयोग द्वारा गुजरात के पश्चिमी क्षेत्र में विकास और स्थिरता को सुनिश्चित करना है।
बता दें कि उत्तर गुजरात में आयोजित पहले कॉन्फ्रेंस को अद्वितीय सफलता मिली थी, जिसमें 18000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र शामिल किया गया था, छह थीमेटिक पैवेलियन बनाए गए थे, 170 से अधिक एमएसएमई सहित 410 से अधिक प्रदर्शकों ने भाग लिया था, और इस कॉन्फ्रेंस में 80000 से अधिक प्रतिभागी आए थे। आगामी वीजीआरसी का उद्देश्य और भी बड़ा और प्रभावशाली कार्यक्रम आयोजित करना है। कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र में होने वाली कॉन्फ्रेंस में 6 अत्याधुनिक डोम के साथ 20000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र शामिल किया जाएगा, जिसमें क्षेत्रीय प्रदर्शनी, नवीनीकरण मंच और व्यवसाय नेटवर्किंग के अवसरों का समावेश होगा।
इस एग्जीबिशन में एग्रो, फूड प्रोसेसिंग एवं फिशरीज, नवीकरणीय ऊर्जा, इंजीनियरिंग, बंदरगाह एवं लॉजिस्टिक्स, हथकरघा एवं हस्तकला, रसायन एवं पेट्रोरसायन, बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थाएं और शिक्षा संस्थाएं शामिल होंगी। इसके अलावा, ऊर्जा एवं पेट्रोरसायन विभाग, कृषि विभाग, गुजरात ऊर्जा विकास एजेंसी, गुजरात खनिज विकास निगम, वन विभाग, गुजरात मैरीटाइम बोर्ड, शिक्षा विभाग, गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यटन विभाग और स्टार्टअप इनक्यूबेटर्स जैसे कई महत्वपूर्ण सरकारी विभाग और एजेंसियां भी इस एग्जीबिशन में भाग लेंगी।
क्राफ्ट विलेज और बड़ी संख्या में एमएसएमई की भागीदारी से इस क्षेत्र की समृद्ध कौशल परंपरा और उद्यमिता को उजागर किया जाएगा। वीजीआरई 2026 का मुख्य आकर्षण वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम, रिवर्स बायर-सेलर मीट और उद्यमी मेला होंगे, जिसका उद्देश्य बाजार में नए अवसर सृजित करना और स्थानीय एमएसएमई, कारीगरों और हथकरघा एवं हस्तकला व्यवसायों को वैश्विक खरीदारों के साथ जोड़ना है। प्रतिभागियों के अनुभव को समृद्ध बनाने और भागीदारी बढ़ाने के लिए दैनिक लकी ड्रॉ भी आयोजित किया जाएगा।
अपेक्षा है कि कच्छ और सौराष्ट्र के प्रमुख उद्योगपति, उद्यमी, कृषि-व्यवसाय विशेषज्ञ, एमएसएमई, शैक्षणिक संस्थाएं, कारीगर और महिला उद्यमी इस प्रदर्शनी में शामिल होंगे। उनकी उपस्थिति से वीजीआरई सहयोग, नवीनता और क्षेत्रीय आर्थिक विकास के लिए एक मजबुत मंच बनेगा। वीजीआरई राज्य में समावेशी विकास, निवेश को प्रोत्साहन देने, एमएसएमई को मजबूत बनाने और हर क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।