क्या रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को कुरुक्षेत्र में हरियाणा पवेलियन का उद्घाटन करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- हरियाणा पवेलियन का उद्घाटन 27 नवंबर को होगा।
- इंटरनेशनल गीता सेमिनार में विश्वभर के विद्वान भाग लेंगे।
- इस महोत्सव का उद्देश्य गीता का वैश्विक संदेश फैलाना है।
- मध्य प्रदेश इस वर्ष का सहभागी राज्य है।
- शहर को सांस्कृतिक रूप से सजाया गया है।
नई दिल्ली, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को कुरुक्षेत्र आएंगे और चल रहे इंटरनेशनल गीता महोत्सव में हरियाणा पवेलियन का उद्घाटन करेंगे।
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी द्वारा द्रौपदी कूप इलाके में स्थापित यह पवेलियन, प्रदर्शन, एग्जीबिट और कला प्रदर्शन के माध्यम से हरियाणा की समृद्ध लोक परंपराओं और प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को दर्शाएगा।
पवेलियन के उद्घाटन के साथ ही रक्षा मंत्री कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के श्रीमद्भगवद्गीता सदन में तीन दिन के इंटरनेशनल गीता सेमिनार का भी उद्घाटन करेंगे।
इस सेमिनार में भारत और विदेश के प्रसिद्ध विद्वान भगवद् गीता के वैश्विक संदेश, इसकी दार्शनिक गहराई और आज के समाज में इसकी बढ़ती प्रासंगिकता पर विचार-विमर्श करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा पवेलियन को आगंतुकों को राज्य की सांस्कृतिक पहचान की एक अद्भुत झलक दिखाने के लिए तैयार किया गया है। युवा कलाकार पारंपरिक लोक कला का प्रदर्शन करेंगे, जबकि विशेष प्रदर्शनी में हरियाणा की ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाएगा।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि इस वर्ष की पहलों में इंटरैक्टिव और दृश्य प्रस्तुतियों के माध्यम से क्षेत्र की पुरानी सांस्कृतिक जड़ों को उजागर करने का अनोखा प्रयास भी शामिल है।
ज्ञात हो कि 15 नवंबर को शुरू हुआ इंटरनेशनल गीता महोत्सव 21 दिन का उत्सव है जिसमें आध्यात्मिकता, संस्कृति और ज्ञान का संगम है। विदेश मंत्रालय के समर्थन से, गीता जयंती के कार्यक्रम 50 देशों में एक साथ आयोजित हो रहे हैं, जो गीता के सार्वभौमिक संदेश को प्रदर्शित करते हैं।
इस वर्ष मध्य प्रदेश को सहभागी राज्य के रूप में शामिल किया गया है, जो कुरुक्षेत्र में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए अपने सांस्कृतिक दल, कलाकृतियों और धार्मिक/आध्यात्मिक कार्यक्रम लेकर आया है।
इस महोत्सव को विशेष बनाने के लिए, शहर को सांस्कृतिक ढंग से सजाया गया है। पूरे भारत से हजारों भक्तों, पर्यटकों, शोधकर्ताओं और कलाकारों के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने की उम्मीद है, जिसमें भजन, प्रदर्शनियां और प्रवचन शामिल हैं।
इस बीच, गीता जयंती के अवसर पर आध्यात्मिक उत्साह लखनऊ में भी देखा गया, जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमद् भगवद् गीता के 700 श्लोक संपूर्ण सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए “जीवन मंत्र” का काम करते हैं।
उन्होंने कहा, “गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, यह जीवन जीने का एक तरीका है। इसके दिव्य शब्द पवित्रता, स्पष्टता और समर्पण की प्रेरणा देते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय परंपरा में धर्म कभी भी केवल रस्मों तक सीमित नहीं रहा है। उन्होंने कहा, “पूजा केवल एक पहलू है। वास्तव में, धर्म जीने की कला है।”