क्या राजनीति में सेवा सबसे बड़ी चुनौती है? खेसारी लाल यादव के चुनाव लड़ने पर मनोज तिवारी का बयान

सारांश
Key Takeaways
- राजनीति में सेवा की चुनौती प्रमुख है।
- महागठबंधन की स्थिति सत्ता की लालसा पर निर्भर करती है।
- एनडीए का विकास के प्रति समर्पण महत्वपूर्ण है।
पटना, १७ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भोजपुरी गायक और अभिनेता खेसारी लाल यादव के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से बिहार विधानसभा चुनाव में भाग लेने की ख़बरों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि राजनीति में प्रवेश करते ही सेवा की चुनौती सबसे बड़ी होती है।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने खेसारी लाल को शुभकामनाएं देते हुए कहा, "मैं हमेशा कहता हूं कि युवाओं और कलाकारों को राजनीति में आना चाहिए। खेसारी लाल मेरे भाई हैं, लेकिन राजनीति में कदम रखते ही उन्हें सेवा की चुनौती का सामना करना होगा। मैं उनके लिए शुभकामनाएं देता हूं।"
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने महागठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब किसी पार्टी का दिल राज्य के विकास के प्रति समर्पित होता है, तब गठबंधन में समझौते हो जाते हैं। लेकिन जब दिल नहीं मिलते और केवल सत्ता की लालसा होती है, तब ऐसी महागठबंधन जैसी स्थिति उत्पन्न होती है।
उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए ने सीट बंटवारे को समय पर पूरा कर लिया है और बिहार में उत्साह का माहौल है। तिवारी ने कहा कि आज पहले चरण की सीटों पर नामांकन का आखिरी दिन है। मैं बक्सर सहित अन्य स्थानों पर जा रहा हूं। जनता में जबरदस्त उत्साह है।
जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वे बड़े-बड़े दावे करने वाले लोग मैदान छोड़कर भाग गए हैं। मुझे तो हर जगह एनडीए की लहर दिखाई दे रही है, प्रशांत किशोर जैसे लोग कहीं नजर नहीं आ रहे। बिहार में एनडीए की लहर है और मुझे विश्वास है कि जीत एनडीए की होगी।
उन्होंने कहा कि एनडीए का विरोध करने वाला बिहार का विरोध करेगा, क्योंकि जनता विकास के साथ खड़ी है।
ज्ञात रहे कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, जिसमें भाजपा सांसद मनोज तिवारी का नाम भी शामिल है। तिवारी भाजपा और एनडीए के उम्मीदवारों के समर्थन में रैली और चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं।