क्या अस्पताल में कड़िया मुंडा से मिले राज्यपाल, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष?

सारांश
Key Takeaways
- कड़िया मुंडा का स्वास्थ्य हालात गंभीर है।
- राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात की।
- डॉक्टरों से इलाज की प्रगति पर चर्चा की गई।
- कड़िया मुंडा को पद्म भूषण सम्मान प्राप्त है।
- उनकी तबीयत पिछले कुछ वर्षों में कई बार बिगड़ चुकी है।
रांची, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। रांची के अस्पताल में इलाजरत पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष पद्मभूषण कड़िया मुंडा से बुधवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुलाकात की। सभी ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
ज्ञात हो कि 88 वर्षीय कड़िया मुंडा की तबीयत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई थी। सांस लेने में कठिनाई के कारण उन्हें खूंटी से रांची के मेडिका मणिपाल अस्पताल में भर्ती किया गया। गंभीर स्थिति को देखते हुए खूंटी से रांची तक ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कर करीब 40 मिनट में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल वे डॉक्टरों की निगरानी में ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं और इलाज जारी है।
राज्यपाल गंगवार ने अस्पताल में कड़िया मुंडा से भेंट कर उनका हाल जाना और डॉक्टरों से इलाज की प्रगति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कड़िया मुंडा सादगी और जनसेवा के प्रतीक हैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अस्पताल पहुंचकर कड़िया मुंडा से मुलाकात की और चिकित्सकों से इलाज की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कड़िया मुंडा जल्द स्वस्थ होकर घर लौटें, यही प्रार्थना राज्य की जनता कर रही है।
बाबूलाल मरांडी ने मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, “रांची के मेडिका अस्पताल में इलाजरत आदरणीय कड़िया मुंडा से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। ईश्वर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
पिछले दो वर्षों में कड़िया मुंडा की तबीयत कई बार बिगड़ चुकी है। दो साल पहले निमोनिया के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था, वहीं जनवरी 2025 में भी ब्लड शुगर लेवल गिरने और बेचैनी की शिकायत पर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। कड़िया मुंडा खूंटी से आठ बार सांसद रहे हैं।
उन्होंने मोरारजी देसाई सरकार में इस्पात मंत्रालय में सेवा देने से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी संभाली। कड़िया मुंडा 15वीं लोकसभा में उपाध्यक्ष भी रहे। 2019 में उन्हें पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया।