क्या राज्यसभा में चुनाव सुधारों पर उठेगा विपक्ष का एसआईआर मुद्दा?
सारांश
Key Takeaways
- राज्यसभा में चुनाव सुधारों पर गहन चर्चा शुरू हुई है।
- विपक्ष एसआईआर मुद्दे को प्रमुखता से उठाने के लिए तैयार है।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष को गुमराह करने का आरोप लगाया।
- संसद का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा।
- चर्चा के दौरान सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस होने की संभावना है।
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संसद का शीतकालीन सत्र वर्तमान में जारी है। आज राज्यसभा में चुनाव सुधारों पर गंभीर चर्चा प्रारंभ हो चुकी है। इस दौरान सरकार और विपक्ष के बीच उग्र बहस देखने को मिल सकती है।
चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस की ओर से अजय माकन, दिग्विजय सिंह और रणदीप सिंह सुरजेवाला अपनी बात रखेंगे। इस समय विपक्षी सदस्य मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विषय को प्रमुखता से उठाने की तैयारी कर रहे हैं।
राज्यसभा में सुधांशु त्रिवेदी, उज्ज्वल निकम, हर्ष शृंगला और कविता पाटीदार भी इस मुद्दे पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे और विपक्षी सवालों का जवाब देंगे।
बुधवार को लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा हुई, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष के सवालों का उत्तर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शाह के भाषण की सराहना की।
अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह एसआईआर के मुद्दे पर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने बताया कि इस विषय पर चर्चा के लिए सदन में दो दिन का गतिरोध भी हुआ।
उन्होंने कहा कि विपक्ष एसआईआर पर चर्चा के लिए अड़ा हुआ है, जबकि यह चुनाव आयोग की प्रक्रिया है। यदि सदन में इस पर चर्चा होती है, तो सवालों का उत्तर कौन देगा?
अमित शाह ने स्पष्ट किया कि चर्चा चुनाव सुधारों के लिए निर्धारित थी, लेकिन विपक्ष के कुछ सदस्य एसआईआर पर ही ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस एसआईआर पर पिछले चार महीनों से झूठ फैलाया गया है और जनता को गुमराह करने की कोशिश की गई है।
संसद का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें कई प्रमुख मुद्दों पर उग्र बहस देखने को मिल सकती है।