क्या मानवीय मूल्यों का चरित्र निर्माण में महत्व है? : रक्षा मंत्री

सारांश
Key Takeaways
- मानवीय मूल्यों का चरित्र निर्माण में महत्व।
- शिक्षा में उत्कृष्टता और चरित्र विकास का संतुलन।
- छात्रों को भारत के भविष्य में योगदान देने के लिए प्रेरित करना।
नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के जनजातीय समुदायों के प्रतिभाशाली छात्रों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान से मुलाकात की। ये छात्र 15 अगस्त को लाल किले पर होने वाले 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भी भाग लेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के 30 मेधावी छात्रों से बातचीत की।
यह मुलाकात ‘आरोहण - द्वीप से दिल्ली’ नामक एक सप्ताह की राष्ट्रीय एकीकरण यात्रा का हिस्सा है, जिसे सेना की अंडमान एवं निकोबार कमांड (एएनसी) द्वारा आयोजित किया गया है। इस यात्रा के दौरान छात्र 15 अगस्त को लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में भी शामिल होंगे।
संवाद के समय रक्षा मंत्री ने छात्रों को मानवीय मूल्यों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति के चरित्र निर्माण में यह मूल्य अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे शिक्षा में उत्कृष्टता के साथ-साथ अपने चरित्र विकास पर भी ध्यान दें और जीवन की चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास और निडरता से करें।
उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे भविष्य में भारत को दुनिया के सबसे ताकतवर राष्ट्रों में से एक बनाने में योगदान करें। रक्षा मंत्री ने छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया। अपने स्नेह का प्रदर्शन करते हुए राजनाथ सिंह ने छात्रों को मिठाई भी खिलाई।
द्वीप समूह के स्थानीय जनजातीय कारीगरों द्वारा निर्मित एक पारंपरिक हस्तशिल्प उपहार रक्षा मंत्री को भेंट किया गया। राजनाथ सिंह ने इस विशेष पहल की सराहना की, जिसमें एएनसी के साथ-साथ मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ, एचक्यू दिल्ली क्षेत्र और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के नागरिक प्रशासन का सहयोग प्राप्त है।
इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ एयर मार्शल अशुतोष दीक्षित भी उपस्थित रहे।