क्या राम मंदिर ट्रस्ट ने प्रतिष्ठा द्वादशी के लिए पांच दिवसीय कार्यक्रम की घोषणा की?
सारांश
Key Takeaways
- राम मंदिर की प्रतिष्ठा द्वादशी का आयोजन 29 दिसंबर से 2 जनवरी 2026 तक होगा।
- इसमें मानस पाठ और कथा का आयोजन किया जाएगा।
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रसिद्ध कलाकारों की प्रस्तुति होगी।
- श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
- कार्यक्रम में प्रशासन ने भी अपनी तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।
अयोध्या, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ 22 जनवरी, 2024 को मनाई जाएगी। इस अवसर पर प्रतिष्ठा द्वादशी का आयोजन 29 दिसंबर से 2 जनवरी 2026 तक किया जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट ने इस संबंध में पांच दिवसीय कार्यक्रम का एक विवरण जारी किया है, जिसमें मानस पाठ और कथा का आयोजन सुबह से शाम तक किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में मानस पाठ और कथा के अलावा विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम भी शामिल हैं। मानस पाठ और कथा का आयोजन रात 9 बजे से होगा।
ट्रस्ट द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 29 दिसंबर को जगद्गुरु रामानंदाचार्य और स्वामी राम दिनेशाचार्य सुबह 8 से 2 बजे तक मानस पाठ और कथा करेंगे। इसके बाद शाम 5:30 बजे से गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ में रामलीला का प्रदर्शन होगा।
31 दिसंबर को सुबह 8 से 12:30 बजे तक मानस पाठ किया जाएगा। दोपहर 1 से 3 बजे तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे। इसके बाद शाम 6 बजे कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। 1 जनवरी की शाम को 6 से 9 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें सुर सम्राट अनूप जलोटा और तृप्ति शाक्या अपनी प्रस्तुति देंगे। मयूरी डांस ग्रुप भगवान राम की कथा पर आधारित नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत करेगा।
2 जनवरी को भी कथा और मानस पाठ के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इस दिन सिंगर सुरेश वाडेकर और संजोली पांडेय अपनी प्रस्तुति देंगे, साथ ही दिल्ली का शालीना चतुर्वेदी ग्रुप कथक नृत्य नाटिका का प्रदर्शन करेगा।
प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर अयोध्या और राम मंदिर को सजाया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रतिष्ठा द्वादशी के दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसके लिए प्रशासन ने भी तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।