क्या मुरादाबाद में रामपुर रोड पर दुकानों को ध्वस्त करने का रेलवे का नोटिस गंभीर है?
सारांश
Key Takeaways
- रेलवे का नोटिस गंभीर है।
- 150 दुकानों का भविष्य खतरे में है।
- राजनीतिक संरक्षण अस्वीकृत होना चाहिए।
- रेप के दोषियों को सार्वजनिक सजा मिलनी चाहिए।
- समाज को नैतिकता की आवश्यकता है।
मुरादाबाद, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने रामपुर रोड पर निर्मित दुकानों को ध्वस्त करने के लिए रेलवे द्वारा भेजे गए नोटिस को एक गंभीर समस्या माना है। उन्होंने सोमवार को कहा कि इस क्षेत्र में लगभग 150 दुकानें हैं, जिनसे लोगों का रोजगार चलता है। ऐसे में इन दुकानों को ध्वस्त करने का यह नोटिस अत्यंत गंभीर है और इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
एसटी हसन ने आगे कहा कि जब वह सांसद थे, तब उन्होंने इन दुकानदारों की रेल मंत्री से मुलाकात करवाई थी और यह मुद्दा उठाया था कि दूसरी तरफ सड़क चौड़ी है। अगर दुकानों को दूसरी तरफ स्थानांतरित किया जाए, तो यह उनके लिए बेहतर होगा। रेलवे द्वारा जारी किया गया यह नोटिस अस्वीकृत है और इससे दुकान चलाने वाले लोगों के हितों पर आघात होगा। बहुत से लोगों की रोजी-रोटी इन दुकानों से ही है।
उन्होंने उन्नाव रेप मामले में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा भेजे गए नोटिस का स्वागत किया। उनका कहना था कि ऐसे अपराधियों के लिए सियासत में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर को मिले नोटिस का स्वागत पूरे देश में किया जा रहा है। इस मामले में सभी लोग सुप्रीम कोर्ट की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। सभी को विश्वास है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।
उन्होंने कहा कि रेप के दोषियों को सार्वजनिक रूप से सजा मिलनी चाहिए, ताकि यह एक नैतिक सबक बने। ऐसे दोषियों को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। इस प्रकार के अपराधियों को एक सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं मिलना चाहिए।
उन्होंने भाजपा के दांत दिखाने और खाने के दोहरे व्यवहार की आलोचना की। उनका कहना था कि अपराधियों का संरक्षण अब अस्वीकार्य हो गया है। यही कारण है कि वर्तमान में भाजपा की स्थिति बिगड़ चुकी है।