क्या रांची में दिवाली मेला सच्ची दीपावली का प्रतीक है? सीएम हेमंत सोरेन का संदेश

सारांश
Key Takeaways
- दिवाली मेला में सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया।
- सामाजिक सेवा का संदेश दिया गया।
- पुलिस अधिकारी और उनके परिवारों का योगदान महत्वपूर्ण है।
- आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन भी किया गया।
- जरूरतमंदों के साथ खड़े होने का आह्वान।
रांची, १६ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को इंडियन पुलिस सर्विस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (इप्सोवा) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय दिवाली मेला का उद्घाटन किया। यह रंगीन आयोजन रांची के जैप-१ मैदान, डोरंडा में सम्पन्न हुआ, जिसमें राज्य के पुलिस अधिकारियों, उनके परिवारों और बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर कहा कि इप्सोवा कोई नया नाम नहीं है, यह संस्था वर्षों से समाज के वंचित और जरूरतमंद वर्गों की मदद में सक्रिय रही है। उन्होंने कहा, “यह संस्था पुलिस अधिकारियों के परिवारों द्वारा संचालित है, जो न केवल सामाजिक दायित्व निभा रहे हैं बल्कि राज्य में सेवा और संवेदनशीलता का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “आज हमें हर जरूरतमंद के साथ खड़ा होने की आवश्यकता है। इसके लिए हमें मिलकर प्रयास करना होगा। यही असली दिवाली होगी।”
तीन दिवसीय दिवाली मेला में सांस्कृतिक, कलात्मक और तकनीकी गतिविधियों का संगम देखने को मिल रहा है। उद्घाटन के बाद दिनभर स्थानीय कलाकारों के लोकनृत्य प्रस्तुत किए गए, जबकि सिक्किम और राजस्थान के पारंपरिक नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र बने रहे। म्यूजिक स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।
मेले में लाइव पॉटरी मेकिंग, सोहराय पेंटिंग और पोर्ट्रेट मेकिंग जैसी कलाएं प्रदर्शित की गईं। मेले का प्रमुख आकर्षण पुलिस मॉडर्नाइजेशन स्टॉल हैं, जहां अत्याधुनिक हथियार, गोला-बारूद, लैंडमाइन वाहन, एयरो मॉडलिंग और आर्चरी का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस अनूठे मेल से न केवल मनोरंजन, बल्कि सुरक्षा और तकनीकी जागरूकता का भी संदेश फैलाया जा रहा है।
मेले के उद्घाटन के अवसर पर हेमंत सोरेन की पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन, पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता, एडीजी प्रिया दुबे, इप्सोवा की अध्यक्ष शिखा गुप्ता सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।