क्या रांची समेत कई शहरों में 'हर घर तिरंगा' अभियान की तिरंगा यात्रा हुई?

सारांश
Key Takeaways
- तिरंगा का महत्व समझें।
- राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा दें।
- स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में तिरंगे को मानें।
- युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करें।
- घर-घर तिरंगा फहराने की प्रेरणा दें।
रांची, १३ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 'हर घर तिरंगा' अभियान के अंतर्गत बुधवार को रांची समेत झारखंड के अनेक शहरों में तिरंगा यात्राएं आयोजित की गईं। रांची में महानगर भाजपा द्वारा झांकियों के साथ निकाली गई भव्य तिरंगा यात्रा में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
यह यात्रा मोरहाबादी स्थित शहीद संकल्प शुक्ला पार्क से प्रारंभ होकर कचहरी चौक, शहीद स्मारक चौक होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक तक पहुँची। भारत माता के रूप में सजाई गई घोड़े पर सवार बालिकाएं इस यात्रा की आकर्षण का केंद्र रहीं। यात्रा में एनसीसी और एनएसएस के कैडेट एवं युवाओं ने हाथों में तिरंगा लहराते हुए 'भारत माता की जय' के नारे लगाए।
बाबूलाल मरांडी ने तिरंगे को देश की आन, बान और शान का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह यात्रा वीर जवानों के सम्मान का माध्यम है। सांसद आदित्य साहू ने कहा कि १० से १५ अगस्त तक तिरंगा यात्राएं निकाली जा रही हैं और १३ से १५ अगस्त तक घर-घर तिरंगा फहराया जाएगा।
खूंटी जिले के तोरपा में भी तिरंगा यात्रा का आयोजन हुआ, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि तिरंगा न केवल स्वतंत्रता का प्रतीक है बल्कि देश की एकता और अखंडता का भी संदेश देता है। हजारीबाग शहर में भाजयुमो के जिला अध्यक्ष राजकरण पाण्डेय के नेतृत्व में भव्य तिरंगा पदयात्रा निकाली गई, जिसमें पार्टी की जिला इकाई के वरिष्ठ नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
ओडिशा के पूर्व राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जमशेदपुर स्थित अपने आवास पर तिरंगा फहराया। उन्होंने सोशल मीडिया पर संदेश जारी कर कहा कि वर्ष २०२२ में प्रधानमंत्री के आह्वान पर प्रारंभ हुआ यह राष्ट्रीय उत्सव अब घर-घर का उत्सव बन गया है। उन्होंने लोगों से अपने-अपने घरों पर तिरंगा फहराने की अपील की।