क्या विपक्ष निजी स्वार्थ के लिए राजनीति कर रहा है? दिनेश प्रताप सिंह का बयान
सारांश
Key Takeaways
- दिनेश प्रताप सिंह ने एनडीए की जीत का दावा किया।
- विपक्ष पर निजी स्वार्थ के लिए राजनीति करने का आरोप।
- बिहार के चुनाव परिणाम 14 नवंबर को आएंगे।
रायबरेली, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा के चुनाव परिणाम शुक्रवार सुबह से मिलने शुरू होंगे। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की नजरें नतीजों पर टिकी हैं। इसी बीच, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने एनडीए की जीत का आश्वासनविपक्ष पर व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए राजनीति करने का आरोप लगाया।
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों को खारिज किया। मंत्री ने कहा, "विपक्ष के पास न सेवा का महत्व है और न ही सम्मान का। बिहार में सेवा और सम्मान के नाम पर भारतीय जनता पार्टी को भरपूर वोट मिले हैं। विपक्ष के पास आरोप लगाने के सिवा कोई दिशा नहीं है।"
दिनेश कुमार सिंह ने आगे कहा, "जब विपक्ष जीतता है, तो ईवीएम में कोई दोष नहीं दिखता, लेकिन हारने पर ईवीएम को दोषी ठहरा देते हैं। रायबरेली का उदाहरण लीजिए, यहाँ पर जीतने के बाद ईवीएम को दोष नहीं दिया गया। विपक्ष का काम अब केवल दोषारोपण करना रह गया है।"
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, "मुझे नहीं लगता कि विपक्ष सकारात्मक सोच के साथ भारत की सेवा करने के लिए राजनीति कर रहा है। उनके पास एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है, जिसे वे अपने स्वार्थ के लिए चला रहे हैं, न कि राष्ट्र के हित में।"
दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, "भारत का नागरिक यह महसूस कर रहा है कि जिनके हाथों में देश और उसका विकास सुरक्षित है, उन्हें समर्थन दिया जाए। यही कारण है कि बिहार में भाजपा को वोट मिला है।"
बिहार की 243 सीटों के लिए 6 नवंबर (121 सीट) और 11 नवंबर (122 सीट) को मतदान संपन्न हुआ। सभी सीटों के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।