क्या भाप सर्दी-जुकाम के साथ-साथ चेहरे पर ब्यूटी क्रीम की तरह काम करती है?
सारांश
Key Takeaways
- भाप लेने से त्वचा निखरती है।
- यह सर्दी-जुकाम और खांसी में राहत देती है।
- ग्लिसरीन चेहरे की नमी बनाए रखती है।
- भाप से मानसिक तनाव कम होता है।
- भाप लेने के लिए सही सामग्री का उपयोग करें।
नई दिल्ली, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाप लेना एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसका उपयोग प्राचीन काल से सर्दी और उससे जुड़ी समस्याओं के उपचार में किया जाता रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भाप केवल सर्दी-जुकाम के लिए ही नहीं, बल्कि शरीर की सफाई और चेहरे की चमक बढ़ाने में भी मददगार है?
आयुर्वेद में, भाप लेने की प्रक्रिया को 'स्वेदन कर्म' कहा जाता है। इसका उपयोग शरीर में जमा टॉक्सिन यानी 'आम' को बाहर निकालने के लिए किया जाता है। इससे शरीर की शुद्धि होती है और शरीर गर्म रहता है। भाप लेने से वात और कफ दोनों रोग संतुलित रहते हैं, और संक्रमण से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा, भाप का उपयोग चेहरे की चमक, शरीर की अकड़न, सिर दर्द और मानसिक तनाव को कम करने के लिए भी किया जाता है।
अब जानते हैं कि भाप लेने से त्वचा को कैसे निखारा जा सकता है और इसके लिए कौन सी विधि अपनानी चाहिए। भाप लेने से त्वचा के रोम छिद्र खुल जाते हैं, जिससे अंदर की गंदगी बाहर निकल जाती है और चेहरे की रंगत निखरती है। इसके लिए, पानी में गुलाब जल और ग्लिसरीन मिलाकर भाप लेना उत्तम होता है। ग्लिसरीन चेहरे की नमी को बनाए रखती है।
यदि सिर में भारीपन और तनाव महसूस हो रहा है, तो इसके लिए भी भाप एक प्रभावी उपाय है। पानी में चंदन और लैवेंडर के तेल की कुछ बूंदें डालकर गहरी साँस लें। इससे तनाव कम होगा और सिरदर्द में राहत मिलेगी। लैवेंडर का तेल अच्छी नींद लाने में भी मदद करता है।
गले की खराश और खांसी होने पर भी भाप लेना फायदेमंद होता है। इसके लिए, पानी में मुलेठी और हल्दी डालकर भाप लेना चाहिए। यह गले के संक्रमण को कम करता है और खांसी में आराम देता है। सर्दी-जुकाम और शरीर में अकड़न होने पर भाप लेने से राहत मिलती है। भाप लेने के लिए, पानी में तुलसी की कुछ पत्तियां, लौंग और अजवाइन डालकर अच्छी तरह उबालें और फिर भाप लें। इससे छाती में जमा बलगम बाहर आ जाएगा।