क्या आप जानते हैं राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2025 की थीम क्या है?

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क्या आप जानते हैं राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2025 की थीम क्या है?

सारांश

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2025 की थीम 'बेहतर जीवन के लिए सही खाएं' सभी को संतुलित आहार अपनाने के लिए प्रेरित करती है। यह अवसर है कुपोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान देने का। क्या आप अपनी सेहत के लिए तैयार हैं?

Key Takeaways

  • संतुलित आहार का महत्व समझें।
  • कुपोषण से निपटने के लिए प्रयास करें।
  • प्राकृतिक और ताजे खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
  • बच्चों को पोषण संबंधी जानकारी दें।
  • स्वास्थ्य योजनाओं में भाग लें।

नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत में हर वर्ष 1 से 7 सितंबर के बीच ‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ का आयोजन किया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को संतुलित और पौष्टिक आहार की आवश्यकता से अवगत कराना है। इस वर्ष 2025 की थीम ‘बेहतर जीवन के लिए सही खाएं’ है, जो सभी आयु वर्ग के व्यक्तियों को संतुलित आहार अपनाने और कुपोषण से लड़ने के लिए प्रेरित करती है।

यह सप्ताह स्वास्थ्य मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा मिलकर आयोजित किया जाता है, जिसमें पोषण अभियान, मिड-डे मील योजना और एकीकृत बाल विकास सेवाओं (आईसीडीएस) जैसी योजनाओं का सहयोग होता है।

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की शुरुआत 1982 में भारत सरकार द्वारा की गई थी, जब कुपोषण एक गंभीर समस्या बन गई थी। इसका प्रमुख उद्देश्य बच्चों, गर्भवती महिलाओं, किशोरियों और वृद्ध लोगों में पोषण की कमी को समाप्त करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, पोषण शरीर के विकास और ऊर्जा के लिए आवश्यक है। खाद्य सुरक्षा 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की 74 प्रतिशत जनसंख्या स्वस्थ आहार का खर्च नहीं उठा सकती, और 39 प्रतिशत लोग पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहे हैं। यह सप्ताह इन समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करता है।

इस सप्ताह के दौरान, देशभर में स्वास्थ्य शिविर, सेमिनार, वेबिनार और सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक आहार की जानकारी प्रदान की जाती है, जबकि आंगनवाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं और माताओं को पोषण संबंधी प्रशिक्षण दिया जाता है। लोगों को ताजे फल, सब्जियां और कम प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि कच्चे फल और सब्जियों में पोषक तत्वों की अधिकता होती है, और इन्हें छिलके के साथ खाने से पोषण की पूर्ति होती है।

2025 की थीम ‘बेहतर जीवन के लिए सही खाएं’ लोगों को मौसमी और स्थानीय खाद्य पदार्थों के सेवन की प्रेरणा देती है। यह थीम संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के अनुरूप है, जो सभी के लिए पौष्टिक आहार सुनिश्चित करने पर केंद्रित है। विशेषज्ञों ने जंक फूड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी है, क्योंकि ये मोटापा, हृदय रोग और डायबिटीज जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। इसके बजाय, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन डी और आयरन से भरपूर आहार लेने की सिफारिश की गई है।

सरकार की पोषण योजनाएं, जैसे पीएम पोषण योजना, ने स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराकर कुपोषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस योजना का उद्देश्य स्कूल में नामांकन और उपस्थिति बढ़ाने के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को सुनिश्चित करना है।

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है। यह समाज को कुपोषण, मोटापा और पोषक तत्वों की कमी जैसी समस्याओं का समाधान करने के लिए एकजुट होने का अवसर देता है। सभी से अनुरोध है कि वे अपने आहार में संतुलन बनाए रखें और स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दें।

Point of View

जो हमें कुपोषण और स्वास्थ्य की समस्याओं पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करता है। यह समाज के सभी वर्गों को एकजुट होने का मौका प्रदान करता है। हमें इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह क्यों मनाया जाता है?
यह सप्ताह संतुलित और पौष्टिक आहार के महत्व को समझाने के लिए मनाया जाता है।
इस वर्ष की थीम क्या है?
2025 की थीम है 'बेहतर जीवन के लिए सही खाएं'।
कौन-कौन सी योजनाएं इस सप्ताह का समर्थन करती हैं?
स्वास्थ्य मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की योजनाएं इस सप्ताह का समर्थन करती हैं।
यह सप्ताह कब मनाया जाता है?
यह हर साल 1 से 7 सितंबर तक मनाया जाता है।
इस सप्ताह के दौरान क्या गतिविधियाँ होती हैं?
इस दौरान स्वास्थ्य शिविर, सेमिनार और सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।