क्या राहुल गांधी मछली पकड़ने में व्यस्त हैं जबकि हम बिहार में वोट बटोर रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- रवि किशन ने राहुल गांधी के मछली पकड़ने को चुनावी खेल बताया।
- बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए का नया घोषणा पत्र महत्वपूर्ण होगा।
- चिराग पासवान ने राहुल की रणनीति पर सवाल उठाए।
पटना, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राहुल गांधी ने बेगूसराय के एक तालाब में मछली पकड़ने पर भाजपा सांसद रवि किशन ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि हम जनता के हर वोट को पाने के लिए मेहनत कर रहे हैं, जबकि राहुल गांधी तालाब में मछली पकड़ने में लगे हैं।
पटना में मीडिया से बात करते हुए रवि किशन ने कहा कि 2 नवंबर को राहुल गांधी ने जितनी मछलियां पकड़ीं, उससे भी कम वोट उन्हें मिलने वाले हैं। यह वाकई मजेदार है, लेकिन उनकी तैरने की शैली काफी मनोरंजक थी और सभी ने इसका आनंद लिया। जब वे मछली पकड़ने में व्यस्त थे, हम वोट बटोरने में लगे थे, घर-घर जाकर नागरिकों से समर्थन मांग रहे थे।
रवि किशन ने कहा कि पीएम मोदी गुरु गोबिंद सिंह की जन्मस्थली पर गए। भाजपा विकास कार्यों के लिए लोगों के बीच एक-एक वोट के लिए समर्थन मांगती है, नया घोषणा पत्र प्रस्तुत करती है। उन्होंने दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए का नया घोषणा पत्र बिहार को नई दिशा देगा। बिहार अब पहले जैसा नहीं रहेगा, बल्कि एक नई पहचान के साथ उभरेगा। यही कारण है कि वोटों में बड़ा उछाल आया है।
इसी मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने इससे पहले हरियाणा में जलेबी बनाने और बांटने का काम किया था। उस समय महागठबंधन के लोगों को न तो जलेबी पसंद आई और न ही मछली।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मुकेश सहनी और तेजस्वी यादव मछली खाने के लिए आए थे, लेकिन मछली का कांटा उनके गले में फंस गया था। जलेबी और मछली लेकर महागठबंधन के लोग फिर से आए हैं, परिणाम वही होगा जो हरियाणा विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हुआ था।