क्या मुजफ्फरनगर में आईआईटीयन युवती ने यूपीएससी में असफलता के कारण गंगा बैराज में छलांग लगाई?
सारांश
Key Takeaways
- मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान देना आवश्यक है।
- युवाओं को समर्थन की आवश्यकता है।
- समाज में संवाद को प्रोत्साहित करना चाहिए।
- रेस्क्यू ऑपरेशन में त्वरित कार्रवाई महत्वपूर्ण होती है।
- प्रशिक्षण और तैयारी से सफलता प्राप्त होती है।
मुजफ्फरनगर, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के रामराज थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। एक आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने वाली युवती ने यूपीएससी परीक्षा में असफल होने के कारण गंगा बैराज में छलांग लगा दी। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। हालांकि, अभी तक युवती का कोई पता नहीं चल सका है।
जानकारी के अनुसार, युवती का नाम ललिता (26 वर्ष), पुत्री वेद प्रकाश है। वह जनपद बिजनौर के थाना चांदपुर क्षेत्र के गांव खानपुर की निवासी है और वर्तमान में ज्ञान विहार, बिजनौर में रह रही थी।
बताया जा रहा है कि ललिता ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी और पिछले कुछ वर्षों से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। कई बार प्रयास करने के बावजूद सफलता न मिलने से वह मानसिक तनाव में चल रही थी।
सोमवार की सुबह ललिता अपनी चचेरी बहन के साथ गंगा बैराज पर पहुंची और गंगा बैराज के गेट नंबर 25 से नदी में छलांग लगा दी। उसके साथ आई बच्ची ने शोर मचाया, जिससे आसपास मौजूद लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। स्थानीय लोगों ने तुरंत इस घटना की सूचना पुलिस को दी।
थाना रामराज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। सुबह से ही पुलिस और गोताखोर गंगा में लगातार तलाशी अभियान चला रहे हैं। बैराज के आसपास के इलाकों में भी सघन खोजबीन की जा रही है, लेकिन अब तक ललिता का कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि युवती को ढूंढा जा सके।
प्रारंभिक जांच में यह मामला तनाव के कारण आत्मघाती कदम उठाने का प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने परिवार को सूचना दे दी है। इस घटना से क्षेत्र में गहरा शोक और चिंता व्याप्त है।