क्या वीवीआईपी को अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए?: रोहन गुप्ता

सारांश
Key Takeaways
- वीवीआईपी को अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
- सुरक्षा एजेंसियों की जिम्मेदारी है कि वे सुरक्षा को बनाए रखें।
- सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना वीआईपी की जिम्मेदारी है।
- किसी भी चूक से बचने के लिए नियमों का पालन आवश्यक है।
- सुरक्षा की जिम्मेदारी साझा है।
नई दिल्ली, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सीआरपीएफ के वीवीआईपी सुरक्षा प्रमुख ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को पत्र भेजा है। इस पत्र में अधिकारी ने राहुल गांधी पर प्रोटोकॉल का पालन न करने का आरोप लगाया है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रोहन गुप्ता ने कहा कि वीआईपी को अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए।
भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में कहा कि वीवीआईपी सुरक्षा मिलने पर एजेंसी को पूरी तरह से समर्थन करना चाहिए। यदि कभी कोई गड़बड़ी होती है, तो उसकी जिम्मेदारी सुरक्षा एजेंसियों की होगी। वहीं, नियमों की जानकारी देना और सुरक्षा बनाए रखना उनकी ड्यूटी है। लेकिन साथ ही, वीआईपी को भी अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए, ताकि ऐसी कोई घटना न हो जिसका सामना उन्हें खुद करना पड़े।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हर व्यक्ति जिसे वीवीआईपी प्रोटेक्शन मिला है, उसे जिम्मेदार होना चाहिए। अगर पत्र लिखा गया है तो मुझे विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी उसका जवाब देगी। आने वाले दिनों में इस प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए, ताकि एजेंसियां अपना काम सही ढंग से कर सकें।
रोहन गुप्ता ने कहा, "जो व्यक्ति वीवीआईपी प्रोटेक्टिव होता है, उसकी विशेष जिम्मेदारी होती है कि वह सुरक्षा प्रोटोकॉल के सभी नियमों का पालन करे। यदि वह व्यक्तिगत दौरे पर भी जाए, तब भी नियमों के अनुसार कम से कम 15 दिन पहले सूचना देना आवश्यक है। जितनी जिम्मेदारी सुरक्षा एजेंसियों की है, उतनी ही जिम्मेदारी वीवीआईपी प्रोटेक्टिव की भी है कि वह नियमों और प्रोटोकॉल का पालन करे। तभी सुरक्षा व्यवस्था को सही ढंग से बनाए रखा जा सकता है।"
उन्होंने 'राहुल गांधी के जानबूझकर ऐसा करने के सवाल' पर कहा कि इस पर कोई टिप्पणी करना अलग बात है, लेकिन मूल जिम्मेदारी यही है कि यदि कोई वीआईपी प्रोटेक्टेड है, तो उसे नियमों का पालन पूरी जिम्मेदारी से करना चाहिए।