क्या आरपी सिंह ने आशीष सूद को पत्र लिखकर प्रियदर्शिनी मट्टू के दोषी की रिहाई की याचिका खारिज करने की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- आरपी सिंह ने आशीष सूद को पत्र लिखा है।
- प्रियदर्शिनी मट्टू केस में दोषी की रिहाई की याचिका खारिज करने की मांग की गई है।
- जघन्य अपराधों के प्रति सख्त रवैया अपनाना आवश्यक है।
- न्याय प्रणाली में विश्वास बनाए रखना जरूरी है।
- प्रियदर्शिनी का परिवार न्याय की उम्मीद में है।
नई दिल्ली, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता आरपी सिंह ने दिल्ली के गृहमंत्री आशीष सूद को एक पत्र लिखा। उन्होंने बहुचर्चित प्रियदर्शिनी मट्टू रेप और हत्या मामले में दोषी संतोष कुमार सिंह की शीघ्र रिहाई की याचिका को खारिज करने का अनुरोध किया।
आरपी सिंह ने पत्र के माध्यम से आशीष सूद से मांग की है कि संतोष कुमार सिंह की रिहाई की याचिका को तुरंत खारिज किया जाए।
उन्होंने पत्र में लिखा कि संतोष कुमार सिंह द्वारा किए गए जघन्य अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप सजा समीक्षा बोर्ड से इसे खारिज करने की अपील करें।
उन्होंने कहा कि संतोष कुमार सिंह को 1996 में 25 वर्षीय लॉ छात्रा प्रियदर्शिनी मट्टू के साथ रेप और हत्या का दोषी ठहराया गया था। इस तरह के अपराधों के प्रति किसी भी तरह की नरमी से अपराधियों के हौसले बढ़ सकते हैं और हमारी न्याय प्रणाली पर विश्वास कम हो सकता है।
आरपी सिंह ने कहा कि प्रियदर्शिनी का परिवार, जिसने न्याय के लिए निरंतर संघर्ष किया, उसकी रिहाई से अत्यंत दुखी होगा। उनके दिवंगत माता-पिता ने कड़ी सजा की मांग की थी। संतोष कुमार सिंह का अपराध पूर्वनियोजित था और उनकी हरकतें बेहद क्रूर थीं।
उन्होंने कहा कि मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन से उसके अपराध की गंभीरता प्रभावित नहीं होनी चाहिए। आपकी अध्यक्षता में, आपका निर्णय एक मिसाल कायम करेगा। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप ऐसे जघन्य अपराधों के लिए नरमी दिखाने के खिलाफ मजबूती से खड़े रहें। संतोष कुमार सिंह की याचिका को खारिज करके आप न केवल प्रियदर्शिनी के परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित करेंगे, बल्कि न्याय के लिए लड़ रहे अनगिनत अन्य लोगों को भी आश्वस्त करेंगे कि हमारी सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के सिद्धांत पर चलती है।