क्या सफाई कर्मचारी आयोग के गठन से कर्मचारियों को लाभ होगा? : उपेंद्र कुशवाहा

सारांश
Key Takeaways
- सफाई कर्मचारी आयोग का गठन एक महत्वपूर्ण कदम है।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणाओं से राजनीति में हलचल है।
- उपेंद्र कुशवाहा ने इस कदम की सराहना की है।
- आयोग कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा के लिए सुझाव देगा।
- यह आयोग सफाई कार्यों से जुड़े कल्याणकारी योजनाओं की निगरानी करेगा।
पटना, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार जनहित में महत्वपूर्ण घोषणाएं कर रहे हैं। रविवार को उन्होंने बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन की घोषणा करने का निर्देश अधिकारियों को दिया, जो कि कर्मचारियों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है कि आने वाले दिनों में नीतीश कुमार अन्य वर्गों के लिए भी नई घोषणाएं कर सकते हैं।
जहां सत्तापक्ष ने मुख्यमंत्री के इस निर्णय की सराहना की है, वहीं विपक्ष इसे मात्र चुनावी जुमला करार दे रहा है।
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने इस निर्णय की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन एक स्वागत योग्य कदम है, जिससे सफाई कर्मचारियों को लाभ होगा। कुशवाहा ने सरकार के इस कदम के लिए सराहना की।
उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार की सरकार गरीबों और वंचितों के लिए कार्य कर रही है। उनका यह निर्णय सफाई कर्मचारियों के लिए सही है और इसकी प्रशंसा होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बताया कि बिहार में सफाई कर्मचारियों के अधिकारों एवं हितों की सुरक्षा, कल्याण, पुनर्वास, सामाजिक उत्थान, शिकायतों के निवारण और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया जा रहा है।
यह आयोग सफाई कर्मियों के हितों की सुरक्षा के संबंध में सरकार को सुझाव देगा और सफाई कार्यों से जुड़े कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा कर उन्हें लागू करने के लिए उचित कदम उठाएगा।