क्या उत्तर प्रदेश के संभल में सोशल मीडिया पर अश्लीलता फैलाने के आरोप में चार गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- सोशल मीडिया का दुरुपयोग समाज में अश्लीलता बढ़ा सकता है।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- जिम्मेदारी से सोशल मीडिया का उपयोग करना आवश्यक है।
- अश्लीलता फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- समाज में सस्ती लोकप्रियता के लिए गंदगी फैलाना गलत है।
संभल, १५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के संभल जिले के असमोली थाना क्षेत्र में सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री फैलाने के मामले में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। इस मामले में तीन युवतियों और एक युवक को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य रूप से असमोली के शहवाजपुर गांव की निवासी मेहरुल निशा उर्फ परी, उसकी दो सहेलियां महक और हिना तथा जरार आलम शामिल हैं। आरोप है कि ये लोग सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो और अन्य आपत्तिजनक सामग्री अपलोड कर रहे थे।
स्थानीय विद्यार्थियों ने इस गंदे खेल की शिकायत पुलिस से की थी, जिसके बाद असमोली पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। पुलिस ने छापेमारी कर सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से आपत्तिजनक सामग्री और उपकरण भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि आरोपी 'महक परी' 143 नाम से एक इंस्टाग्राम अकाउंट चला रहे थे, जिसके द्वारा वे अश्लील वीडियो बनाकर अपलोड करते थे। इस गतिविधि के माध्यम से वे हर महीने २५ से ३० हजार रुपये तक की कमाई कर रहे थे। सस्ती लोकप्रियता और पैसे के लालच में इन लोगों ने सोशल मीडिया पर गाली-गलौज और आपत्तिजनक सामग्री डालना शुरू किया था, जो समाज में अश्लीलता और अराजकता का कारण बन रहा था। चारों आरोपियों की पहचान कर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है।
एसपी कृष्ण विश्नोई ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर अश्लीलता या गाली-गलौज फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, "ऐसे लोग जो सस्ती लोकप्रियता के लिए समाज में गंदगी फैलाते हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। लोग सोशल मीडिया का उपयोग जिम्मेदारी से करें, अन्यथा उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"