क्या बिहार के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने श्रावणी मेला का उद्घाटन किया?

Click to start listening
क्या बिहार के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने श्रावणी मेला का उद्घाटन किया?

सारांश

भागलपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में बिहार के उपमुख्यमंत्रियों ने श्रावणी मेला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विकास योजनाओं की जानकारी दी गई और श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर जोर दिया गया। जानिए इस मेला के महत्व और विकास परियोजनाओं के बारे में।

Key Takeaways

  • श्रावणी मेला का उद्घाटन 2025 के लिए हुआ।
  • सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा की उपस्थिति महत्वपूर्ण थी।
  • सरकार ने 200 करोड़ रुपये की लागत से विकास योजनाएं बनाई हैं।
  • श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा।
  • धर्मशालाओं का निर्माण भी किया जाएगा।

भागलपुर, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 2025 का भव्य उद्घाटन सुल्तानगंज के नमामि गंगे घाट पर आयोजित समारोह में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर राजस्व भूमि सुधार विभाग के मंत्री संजय सरावगी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उद्घाटन समारोह में श्रम संसाधन विभाग के मंत्री संतोष कुमार सिंह, भवन निर्माण विभाग के मंत्री जयंत राज, बिहार विधान परिषद के सदस्य डॉ. एन.के. यादव, सुल्तानगंज के विधायक ललित नारायण मंडल, बिहपुर के विधायक कुमार शैलेंद्र, पीरपैंती के विधायक ललन कुमार, कहलगांव के विधायक पवन कुमार यादव, भागलपुर जिला परिषद के मिथुन यादव, नगर परिषद सुल्तानगंज के सभापति राजेश कुमार गुड्डू और उपसभापति नीलम देवी ने दीप प्रज्वलन में सहयोग किया।

भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त हिमांशु कुमार राय, जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, पुलिस अधीक्षक हृदय कांत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार और केंद्र सरकार इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। गंगा को उत्तर वाहिनी बनाने के लिए बाबा अजगैबीनाथ मंदिर के समीप लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से नदी की सफाई का कार्य चल रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुल्तानगंज से देवघर तक फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा, जिसमें तारापुर के रास्ते बाईपास बनाया जा रहा है। मिर्जापुर चौकी तक की सड़क का कार्य इस वर्ष पूरा होगा। साथ ही, सुल्तानगंज से मुंगेर और भागलपुर तक मरीन ड्राइव का निर्माण प्रस्तावित है।

उन्होंने बताया कि रेलवे की 17 एकड़ जमीन पर्यटन विभाग को हस्तांतरित की गई है, जिसे पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। बरियारपुर से कोलकाता तक एक्सप्रेसवे बनाने की केंद्र सरकार की योजना है। इसके अलावा, सुल्तानगंज में बाबा अजगैबीनाथ के नाम पर ग्रीन प्रोजेक्ट के तहत हवाई अड्डा निर्माण की योजना है, जो शीघ्र शुरू होगी। गंगाजल से मुंगेर, बांका और भागलपुर के किसानों के लिए हनुमान डैम तक सिंचाई की सुविधा विकसित की जाएगी।

उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “बोल बम का नारा है, बाबा एक सहारा है। 105 किलोमीटर की कांवर यात्रा एक बड़ी तपस्या है। इस इलाके के विकास के लिए सरकार चिंतित है।”

सुल्तानगंज के विधायक ललित नारायण मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताते हुए क्षेत्र के लिए कई परियोजनाओं की मांग रखी।

जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि 20 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से रेलवे की जमीन पर दो धर्मशालाओं का निर्माण होगा, जिसका शिलान्यास आज किया गया। कई सड़कें यहां बनने जा रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो सके। यहां से देवघर के लिए फोरलेन सड़क बनेगी।

-राष्ट्र प्रेस

एकेएस/डीएससी

Point of View

बल्कि यह बिहार के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। सरकार की योजनाएं श्रावकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। यह समय है जब हम विकास की गंगा में बहने का प्रयास करें।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

श्रावणी मेला का उद्घाटन कब हुआ?
श्रावणी मेला का उद्घाटन 11 जुलाई 2023 को हुआ।
उद्घाटन समारोह में कौन-कौन उपस्थित थे?
उद्घाटन समारोह में बिहार के उपमुख्यमंत्री, मंत्रीगण और कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए कौन सी सुविधाएं प्रदान की हैं?
सरकार ने फोरलेन सड़क, धर्मशालाओं और सिंचाई सुविधाओं का निर्माण किया है।
श्रावणी मेला का महत्व क्या है?
श्रावणी मेला धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यह श्रद्धालुओं को एकत्रित करने का अवसर प्रदान करता है।
सरकार की विकास योजनाएं क्या हैं?
सरकार ने नदी सफाई, एक्सप्रेसवे निर्माण, और हवाई अड्डा निर्माण की योजनाएं बनाई हैं।