क्या समृद्धि महामार्ग पर ‘कीलें’ हैं? रखरखाव का कार्य जारी है: पुलिस

सारांश
Key Takeaways
- समृद्धि महामार्ग पर कोई कीलें नहीं हैं।
- यह केवल पुल के रखरखाव का कार्य है।
- सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर ध्यान न दें।
- सुरक्षा के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे।
- पुल की मजबूती के लिए केमिकल ग्राउटिंग की प्रक्रिया चल रही है।
नागपुर, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नागपुर से मुंबई को जोड़ने वाले समृद्धि महामार्ग पर एक वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। इस वीडियो में बताया गया था कि सड़क पर नुकीली कीलें मौजूद हैं, जिससे वाहनों के टायर फट सकते हैं और बड़े हादसे हो सकते हैं। हालाँकि, पुलिस ने इस वायरल वीडियो का खंडन किया।
डीसीपी छत्रपति संभाजीनगर प्रशांत स्वामी ने कहा कि मालीवाडा के पास एक छोटे पुल को मजबूत करने के लिए केमिकल ग्राउटिंग का कार्य चल रहा था। इस प्रक्रिया में इंजेक्टर का उपयोग किया गया था, जो रात में वायरल हुए वीडियो में दिख रहे थे। सुरक्षा के लिए बैरिकेड्स भी लगाए गए थे, लेकिन एक वाहन ने उन्हें तोड़ दिया, जिसके बाद यह वीडियो बनाया गया।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों में सड़क पर छोटे-छोटे एल्युमिनियम इंजेक्टर लगे हुए थे, जिन्हें वीडियो में 'कीलें' बताया गया था। इस वीडियो से लोगों में डर फैल गया था, लेकिन पुलिस ने तुरंत इस अफवाह पर विराम लगा दिया।
डीसीपी ने बताया कि समृद्धि महामार्ग पर कीलें लगाने जैसी कोई घटना नहीं हुई है। यह एक सप्ताह से चल रहे पुल के रखरखाव का कार्य है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें।
हाईवे बनाने वाली कंपनी मेगा इंजीनियरिंग के सुपरवाइजर रवि शंकर ने इस पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने बताया कि ये नुकीले एल्युमिनियम नोजल होते हैं, जिन्हें ग्राउटिंग प्रक्रिया के तहत लगाया जाता है। यह एक तकनीकी प्रक्रिया है जो पुल की मजबूती के लिए आवश्यक है। ये नोजल 24 घंटे में अपना कार्य पूरा कर लेते हैं और इसके बाद इन्हें हटा दिया जाता है।
साइट इंजीनियर अंकित केवले ने कहा कि वे हाईवे पर काम करते समय सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हैं, क्योंकि यहां गाड़ियां तेज रफ्तार से चलती हैं। फिलहाल, पुलिस और कंपनी ने स्पष्ट कर दिया है कि वायरल वीडियो एक अफवाह थी और समृद्धि महामार्ग पर सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं है।