क्या 'पीएम आवास योजना' के तहत सांगली में 70,000 घर बन चुके हैं?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री आवास योजना ने करीब 70,000 घरों का निर्माण किया है।
- यह योजना गरीबों को स्थायी आवास प्रदान करती है।
- सांगली में 2016 से योजना लागू है।
- लोग योजना से संतुष्ट हैं और अपने नए घरों में खुश हैं।
- यह योजना राष्ट्रीय स्तर पर जनकल्याणकारी प्रयासों का एक हिस्सा है।
सांगली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार ने देश की बड़ी जनसंख्या के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’, जो महाराष्ट्र के सांगली जिले में सफलतापूर्वक कार्यान्वित की जा रही है।
यह योजना पीएम मोदी के द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत जरूरतमंद व्यक्तियों को पक्के मकान बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। सांगली जिले में इस योजना के तहत लगभग 70,000 घरों का निर्माण किया गया है।
स्थानीय ग्राम पंचायत अधिकारी ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "इस क्षेत्र में कई लोग मजदूरी करते हैं और गरीब वर्ग से आते हैं। उन्हें स्थायी आवास की आवश्यकता थी। हमने ग्राम पंचायत के माध्यम से एक सर्वेक्षण किया और जो लोग योजना के लिए योग्य पाए गए, उनकी सूची तैयार की। कई गरीब परिवारों को अब पक्का घर मिला है।"
सांगली जिला समन्वयक नंदिनी घनेकर ने कहा, "हमारे क्षेत्र में 2016 से 'प्रधानमंत्री आवास योजना' लागू है। तब से अब तक लगभग 70,000 आवास बनाए गए हैं, जिसमें 2021-22 में 50,000 से अधिक घरों का निर्माण हुआ है। कई मकान निर्माणाधीन हैं और तेजी से कार्य चल रहा है। हमने जिले में इस योजना को बहुत प्रभावी ढंग से लागू किया है। लोग इस योजना से काफी संतुष्ट हैं।"
योजना के एक लाभार्थी ने कहा कि वह पहले मिट्टी के घर में रहने के लिए मजबूर था, जिसमें कई समस्याएं थीं। लेकिन केंद्र सरकार की इस योजना के कारण अब उसके पास अपना पक्का मकान है।
यह ध्यान देने योग्य है कि 2014 से सरकार ने अधिक से अधिक लाभार्थियों को खोजने और उन्हें आवास प्रदान करने का प्रयास किया है। इसी संदर्भ में, सांगली जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक 69,800 आवास वितरित किए जा चुके हैं। इस योजना ने लाभार्थियों के अपने घर का सपना पूरा करने में मदद की है।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                            