क्या जो लोग खुद चोरी करते हैं, वे ज्यादा जोर से बोलते हैं? : संजय झा

सारांश
Key Takeaways
- संजय झा का बयान राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप पर केंद्रित है।
- मतदाता सूची के पुनरीक्षण की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है।
- महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए योजनाएँ लागू की जा रही हैं।
पटना, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने इंडिया गठबंधन की 'वोटर अधिकार यात्रा' के समापन पर कहा कि जो लोग स्वयं चोरी करते हैं, वे अक्सर जोर से बोलते हैं। इस स्थिति में मुझे नहीं लगता कि हमें इन पर किसी प्रकार का भरोसा करना चाहिए।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कहा कि ये लोग बार-बार मतदाता सूची के पुनरीक्षण का विरोध कर रहे हैं। क्या फर्जी मतदाताओं को मतदान का अधिकार मिलना चाहिए? जिन लोगों की मृत्यु हो चुकी है, उनके नाम भी मतदाता सूची में दर्ज हैं। क्या ऐसे लोगों को मतदान का अधिकार मिलना चाहिए? जब ऐसे लोगों को पहचान कर उनकी नाम सूची से हटाया जा रहा है, तो इन्हें क्यों दर्द हो रहा है? इनसे सवाल पूछने पर, इनका मुंह बंद हो जाता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज की तारीख में हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में कार्य किया है। बिहार की जनता जानती है कि पहले सूबे की स्थिति कैसी थी और अब क्या है। जब इनसे इस संबंध में सवाल किया जाता है, तो इनके पास कुछ भी कहने के लिए नहीं होता। हमारी सरकार आगे भी इसी तरह से कार्य करती रहेगी।
संजय झा ने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता हमेशा महिलाओं को लेकर रही है, जिनकी समृद्धि की दिशा में हमारी सरकार निरंतर कार्यरत है। हमारी सरकार ने महिलाओं को 10 हजार रुपए देने के साथ-साथ 2 लाख रुपए की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है। इससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त होंगी और किसी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करेंगी। हमारी सरकार हमेशा से महिलाओं के प्रति संवेदनशील रही है और यही कारण है कि हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। बिहार में 2 करोड़ 70 लाख परिवार हैं, सभी को इसका लाभ मिलेगा। हाल ही में 125 यूनिट बिजली मुफ्त कर दी गई है। हमारी सरकार जमीनी स्तर पर कार्य कर रही है। पूर्णिया एयरपोर्ट जल्द ही शुरू होने वाला है। हम कार्य के आधार पर लोगों के बीच जा रहे हैं और उसी के आधार पर मतदान की अपील कर रहे हैं।
जदयू नेता ने कहा कि दरभंगा में प्रधानमंत्री मोदी के लिए अशोभनीय भाषा का प्रयोग निंदनीय है। इनका चाल, चरित्र और चेहरा ऐसा ही है। ये अपने शीर्ष नेताओं से ऐसी बात करना सीखते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की जनता की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है। जब राजद सत्ता में थी, तब बिहार के लोगों की इज्जत कहीं नहीं थी, लेकिन आज पूरे देश में बिहार के लोगों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। निश्चित रूप से इसका श्रेय नीतीश कुमार को जाना चाहिए।