क्या सरदार पटेल सिर्फ इतिहास हैं, या वे आज भी राष्ट्र चेतना के केंद्र हैं?

Click to start listening
क्या सरदार पटेल सिर्फ इतिहास हैं, या वे आज भी राष्ट्र चेतना के केंद्र हैं?

सारांश

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री धर्मपाल सिंह ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका अभियान आज भी युवाओं में राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति की भावना जगाता है। जानिए इस विशेष अभियान के बारे में और क्या है इसकी महत्वता।

Key Takeaways

  • सरदार पटेल का योगदान आज भी महत्वपूर्ण है।
  • युवाओं में राष्ट्रभक्ति का संचार करना आवश्यक है।
  • आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

बरेली, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने बुधवार को बरेली में पार्टी द्वारा भारत रत्न, लौह पुरुष, और 'एक भारत–श्रेष्ठ भारत' के शिल्पकार सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। बैठक में जिला, विधानसभा और मंडल स्तर के संयोजकों, पदाधिकारियों एवं अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

इस बैठक में आगामी 'सरदार@150 यूनिटी मार्च अभियान' सहित पार्टी द्वारा चलाए जा रहे आत्मनिर्भर भारत अभियान एवं अन्य अभियानों और कार्यक्रमों की रूपरेखा, उद्देश्य और जनभागीदारी पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

धर्मपाल सिंह ने सरदार पटेल के जीवन, व्यक्तित्व, नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में उनके अद्वितीय योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाजपा का यह अभियान सरदार पटेल की एकता, समर्पण और राष्ट्रभक्ति की भावना से प्रेरित है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक भारत–श्रेष्ठ भारत' के संकल्प को आगे बढ़ाने का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल केवल इतिहास के महानायक नहीं, बल्कि आज भी भारत की राष्ट्रीय चेतना के केंद्र हैं।

धर्मपाल ने कहा, “अगर सरदार पटेल न होते तो आज भारत का नक्शा कुछ और होता। उन्होंने प्रशासनिक एकता, राष्ट्रीय अखंडता और सांस्कृतिक एकजुटता की नींव रखी, जिससे आज भारत विश्व में एक सशक्त राष्ट्र के रूप में खड़ा है।” उन्होंने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर भाजपा द्वारा 31 अक्टूबर से 6 दिसंबर तक एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता, समरसता और देशभक्ति की भावना को जाग्रत करना है।

उन्होंने बताया कि अभियान के तहत तीन प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। विधानसभा स्तर पर एक नवंबर से 25 नवंबर तक पद यात्राएं निकाली जाएंगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लगभग 8 किलोमीटर लंबी पद यात्राएं निकाली जाएंगी। इन यात्राओं में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जनप्रतिनिधि, युवा, महिलाएं, किसान, व्यापारी, कर्मचारी, सामाजिक कार्यकर्ता और समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी हो, इसके लिए हमें योजना पूर्वक कार्य करना होगा। राष्ट्रीय एकता यात्रा में प्रत्येक जिले से पांच प्रतिनिधि, जिनमें दो युवा मोर्चा पदाधिकारी और तीन यूथ आइकॉन शामिल होंगे, सरदार पटेल के जन्मस्थान करमसद (गुजरात) से स्टेच्यू ऑफ यूनिटी तक 150 किलोमीटर की राष्ट्रीय एकता यात्रा में भाग लेंगे। यह यात्रा सरदार पटेल की एकता, समर्पण और राष्ट्र निर्माण की भावना का जीवंत प्रतीक होगी और युवाओं को उनके आदर्शों से जोड़ने का माध्यम बनेगी।

धर्मपाल सिंह ने कहा कि सरदार पटेल की जयंती (31 अक्टूबर) के अवसर पर प्रत्येक जिले में 'रन फॉर यूनिटी' कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसका शुभारंभ जिले में स्थापित सरदार पटेल की प्रतिमा से किया जाए। इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, खिलाड़ियों, शिक्षकों, व्यापारियों, अधिवक्ताओं, किसानों, मजदूरों, महिला मोर्चा, युवा मोर्चा और नागरिकों सहित समाज के सभी वर्गों की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित हो, इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी करनी होगी। सांस्कृतिक और जनजागरण कार्यक्रम में अभियान के दौरान सभी बूथों पर सरदार पटेल के चित्र लगाकर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सरदार पटेल के विचारों को व्यवहार में उतारते हुए 'विकसित भारत–एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की दिशा में ठोस कार्य किया है। उन्होंने कहा कि माय भारत जैसे नवाचार कार्यक्रमों के माध्यम से युवा स्वयं को राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया से जोड़ रहे हैं। यह अभियान युवाओं को सरदार पटेल के जीवन से ईमानदारी, दृढ़ निश्चय और कर्तव्यनिष्ठा की प्रेरणा देगा।

Point of View

बल्कि आज की युवा पीढ़ी को उनकी शिक्षाओं से जोड़ना भी है। यह अभियान राष्ट्रभक्ति और एकता का एक महत्वपूर्ण संदेश फैलाने का माध्यम है। एक सशक्त भारत की दिशा में यह प्रयास अत्यंत आवश्यक है।
NationPress
29/10/2025

Frequently Asked Questions

सरदार पटेल की 150वीं जयंती कब मनाई जा रही है?
सरदार पटेल की 150वीं जयंती 31 अक्टूबर 2023 को मनाई जाएगी।
भाजपा द्वारा आयोजित अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता, समरसता और देशभक्ति की भावना को जाग्रत करना है।
क्या कार्यक्रम होंगे इस अभियान के तहत?
इस अभियान के तहत पद यात्राएं, 'रन फॉर यूनिटी' कार्यक्रम और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।