क्या मौलश्री एक सर्वगुण संपन्न औषधि है: पुरानी खांसी से त्वचा रोग तक राहत देती है?

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क्या मौलश्री एक सर्वगुण संपन्न औषधि है: पुरानी खांसी से त्वचा रोग तक राहत देती है?

सारांश

मौलश्री एक अद्भुत औषधि है जो पुरानी खांसी से लेकर त्वचा रोगों तक में मददगार है। जानें इसके फायदों के बारे में!

Key Takeaways

  • मौलश्री के फूल पुरानी खांसी में राहत देते हैं।
  • त्वचा संबंधी समस्याओं में छाल और पत्तियों का उपयोग फायदेमंद है।
  • इसका पंचांग स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
  • गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
  • मौलश्री का सही उपयोग आवश्यक है।

नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मौलश्री या बकुल का पेड़ न केवल घरों और गलियों की सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि आयुर्वेद में इसे सर्वगुण संपन्न औषधि माना जाता है। इसका पंचांग हिस्सा यानी फूल, पत्तियां, छाल, फल और डंठल स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हैं।

आयुर्वेद में मौलश्री को केसव के नाम से भी जाना जाता है। इसकी सदाबहार फूलों की विशेषता यह है कि सूखने के बाद भी इनकी सुगंध बनी रहती है। यह खुशबू मन को शांति देती है और आयुर्वेदिक गुणों से भरी होती है।

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि मौलश्री पित्त और कफ दोष को संतुलित करती है। इसके फूल सूजन कम करते हैं और वजाइनल डिस्चार्ज की समस्या से राहत प्रदान करते हैं। हृदय में दर्द या सिरदर्द की समस्या में भी यह अत्यंत उपयोगी साबित होती है।

मौलश्री में कई गुण मौजूद हैं जो स्वास्थ्य के लिए विशेष लाभकारी हैं। त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे खुजली, दाने या संक्रमण में मौलश्री की छाल और पत्तियों का लेप या काढ़ा फायदेमंद साबित होता है। बुखार में भी इसके सेवन से जल्दी आराम मिलता है। सबसे खास फायदा पुरानी खांसी में देखा जाता है। अगर खांसी लंबे समय से ठीक नहीं हो रही, तो मौलश्री के फूलों का आसान उपाय है। रात में कुछ सूखे या ताजे फूल पानी में भिगो दें। सुबह उस पानी को छानकर गुनगुना पी लें।

आयुर्वेदाचार्य कहते हैं कि नियमित सेवन से एक हफ्ते में खांसी में काफी राहत मिल सकती है। यह कफ को बाहर निकालता है और गले को आराम देता है।

मौलश्री का पंचांग (सभी हिस्से) अलग-अलग तरीकों से उपयोग किया जाता है। फूलों की चाय या काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। छाल का पाउडर त्वचा पर लगाया जा सकता है। पत्तियों का रस या काढ़ा बुखार और सूजन में लाभ देता है। फल पाचन को सुधारते हैं।

आयुर्वेद में मौलश्री को प्रकृति का ऐसा उपहार माना जाता है जो सुंदरता, सुगंध और सेहत तीनों प्रदान करता है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह देते हैं। ज्यादा मात्रा में लेने से नुकसान हो सकता है। गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को बिना सलाह यह नहीं देना चाहिए।

Point of View

जो आयुर्वेद के अनुसार कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। इसे प्राकृतिक रूप से उपयोग करना आवश्यक है, लेकिन विशेषज्ञ की सलाह लेना भी जरूरी है।
NationPress
15/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या मौलश्री का सेवन सुरक्षित है?
हाँ, लेकिन इसे सही मात्रा में लेना आवश्यक है और डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए।
मौलश्री का किस प्रकार से उपयोग किया जा सकता है?
मौलश्री के फूलों का काढ़ा, छाल का पाउडर और पत्तियों का रस विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं में उपयोग किया जा सकता है।
क्या मौलश्री से पुरानी खांसी में राहत मिलती है?
हाँ, मौलश्री के फूलों का सेवन खांसी में राहत देने में मदद कर सकता है।
क्या गर्भवती महिलाएं मौलश्री का सेवन कर सकती हैं?
गर्भवती महिलाओं को मौलश्री का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
क्या मौलश्री के सेवन से कोई साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
हाँ, अधिक मात्रा में लेने से नुकसान हो सकता है।
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