क्या सत्ता पाने के लिए कुछ भी करने पर आमादा है कांग्रेस?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बयानबाजी पर केशव प्रसाद मौर्य की कड़ी प्रतिक्रिया।
- सत्ता पाने के लिए कांग्रेस की अवसरवाद की प्रवृत्ति पर सवाल।
- सीएम कुर्सी की लालसा में अखिलेश यादव की स्थिति को लेकर टिप्पणी।
- जनता के हितों के प्रति कांग्रेस की उदासीनता।
- पारदर्शिता के मुद्दे पर केंद्र सरकार का सकारात्मक दृष्टिकोण।
लखनऊ, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर उठाए गए सवालों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि राहुल गांधी आज सत्ता में रहने को जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं, और यही कारण है कि वह ऐसे बयान देने पर मजबूर हैं, जिनका कोई सिर-पैर नहीं है।
शुक्रवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये लोग सत्ता के लिए इस कदर लालायित हो चुके हैं कि किसी की परवाह नहीं कर रहे हैं। जैसे मछली पानी के बिना तड़पती है, ठीक वैसे ही ये लोग भी सत्ता के बिना तड़प रहे हैं।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस, बिहार में राजद और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, ये तीनों दल अवसरवाद के शिकार हो चुके हैं, जिन्हें जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है। ये लोग सत्ता पाने के लिए कुछ भी करने पर आमादा हो रहे हैं और देश की जनता अब इनके चाल, चरित्र और चेहरे से भली-भांति अवगत हो चुकी हैं।
उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कभी ये हाइड्रोजन बम फोड़ने की बात करते हैं तो कभी एटम बम, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इनके सभी बम अब फुस साबित हो रहे हैं। देश की जनता अब इन लोगों को जान चुकी है। इन लोगों ने सिर्फ लोगों के हितों पर कुठाराघात करने की कला ही सीखी है। यही कारण है कि इन लोगों को अब इस देश की जनता किसी भी कीमत पर स्वीकार करने वाली नहीं है।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यदि राहुल गांधी को किसी भी संस्था से शिकायत है तो उसकी शिकायत विधिवत रूप से कीजिए, लेकिन जिस तरह वह बेबुनियाद बयान दे रहे हैं, उससे देश में अराजकता का माहौल पैदा हो रहा है। मैं समझता हूं कि अब देश की जनता इस स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार करने वाली नहीं है।
उन्होंने अखिलेश यादव के संबंध में सवाल किए जाने पर कहा कि उन्हें कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरह रात में सीएम की कुर्सी दिखती है, लेकिन, उन्हें यह कुर्सी कभी नहीं मिलने वाली है, क्योंकि गुंडों और बदमाशों ने उनकी नाव में बहुत बड़ा छेद कर दिया है। उस नाव से अब अखिलेश यादव को निकलकर खुद को बचाना होगा।
केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव के शासनकाल पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह बात किसी से छुपी नहीं है कि उनके शासनकाल में किस तरह से पूरा प्रदेश अराजकता की आग में झुलस रहा था। महिलाएं महफूज नहीं थीं। आम लोगों का जीना मुहाल हो चुका था। ऐसी स्थिति में अगर वह किसी मुद्दे पर कोई बयान देते हैं तो मुझे लगता है कि उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने राहुल गांधी से देश के युवाओं से आगे आने की अपील पर कहा कि मैं समझता हूं कि पहले कांग्रेस नेता को खुद को बचाना चाहिए। इसके बाद ही कोई अपील करनी चाहिए। राहुल गांधी के पिताजी ने यह बयान दिया था कि सरकार जब विकास के लिए 100 रुपये भेजती है तो जमीन पर आम जनता तक सिर्फ 15 रुपये ही पहुंचते हैं, लेकिन आज स्थिति वैसी नहीं है।
आज की तारीख में केंद्र सरकार से जितने रुपये केंद्रीय योजनाओं के लिए भेजे जाते हैं, उतने ही योजनाओं में खर्च हो रहे हैं। इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि मौजूदा समय में हर काम पारदर्शी तरीके से हो रहा है। कहीं किसी भी प्रकार की विसंगति देखने को नहीं मिल पा रही है। मुझे लगता है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की बयानबाजी करने का हक नहीं है।