क्या सत्य साई बाबा ने अपनी सेवा से करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया?

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क्या सत्य साई बाबा ने अपनी सेवा से करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया?

सारांश

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सत्य साई बाबा की सेवाओं का महत्त्व बताया। उन्होंने बाबा के जीवन, उनके उपदेशों और मानवता के प्रति उनके योगदान की सराहना की। जानिए कैसे सत्य साई बाबा ने करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया।

Key Takeaways

  • सत्य साई बाबा का जीवन मानवता के लिए एक प्रेरणा है।
  • उनका संदेश प्रेम और सेवा का है।
  • प्रशांति निलयम आध्यात्मिक जागरूकता का केंद्र है।
  • सत्य साई बाबा ने संघर्ष समाधान में मदद की।
  • उनकी शिक्षाओं का प्रभाव आज भी महसूस किया जाता है।

पुट्टापर्थी, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को कहा कि श्री सत्य साई बाबा "मानव रूप में ईश्वर" थे, जिन्होंने सेवा, संघर्ष समाधान, आध्यात्मिक विचारों, अहिंसा और मुक्ति के मार्ग से दुनिया भर में करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया।

सत्य साई बाबा की जन्म शताब्दी समारोह में संबोधित करते हुए सीएम नायडू ने उनके संदेश "सबसे प्रेम करो, सबकी सेवा करो" और "हमेशा मदद करो, कभी दुख मत दो" का उल्लेख करते हुए कहा कि मानवता की सेवा उनका धर्म था।

उन्होंने कहा, "23 नवंबर 1926 को इस पवित्र भूमि पर सत्य साई बाबा ने जन्म लिया। उन्होंने 86 वर्ष तक मानवता को ज्ञान, सेवा और सही मार्ग दिखाया।"

मुख्यमंत्री ने बताया कि मात्र आठ वर्ष की आयु से सत्य साई बाबा ने भजनों, कीर्तन और प्रार्थनाओं के माध्यम से दिव्य व्यक्तित्व का परिचय दिया। 23 मई 1940 को उन्होंने अपने पुराने नाम सत्यनारायण राजू को त्यागकर स्वयं को "सत्य साई" घोषित किया।

नायडू ने कहा कि जैसे भगवान कहीं अवतार लेते हैं, वैसे ही सत्य साई बाबा ने पुट्टापर्थी को आध्यात्मिक भूमि के रूप में चुना और चित्तरवती नदी के तट पर बसे इस स्थान को आध्यात्मिक धाम में बदल दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्य, धर्म, शांति, प्रेम और अहिंसा के सिद्धांतों के साथ सत्य साई बाबा ने एक नए युग की शुरुआत की।

कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, मंत्री नारा लोकेश सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने सत्य साई समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

सीएम नायडू ने कहा कि सत्य साई बाबा की सेवाओं की नींव 1960 में संस्थानों की स्थापना के साथ पड़ी। उन्होंने बताया कि सत्य साई बाबा ने विश्व शांति और मानव कल्याण का मार्ग दिखाया। देश–विदेश के धनवान और प्रतिष्ठित लोग बिना निमंत्रण स्वयं पुट्टापर्थी आए और सेवा के उनके मार्ग पर चले और लोगों को यहां वह शांति मिली जो उन्हें कहीं और नहीं मिली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्य साई बाबा भले ही भौतिक रूप में मौजूद नहीं हैं, लेकिन प्रशांति निलयम आज भी उनकी ऊर्जा और प्रेरणा का केंद्र है। 75 वर्ष पहले स्थापित प्रशांति निलयम आज विश्व स्तर पर आध्यात्मिक कार्यक्रमों का केंद्र बन चुका है।

Point of View

सत्य साई बाबा का योगदान निश्चित रूप से अद्वितीय है। उनके विचार और शिक्षाएं आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम उनके उपदेशों को समझें और अपने जीवन में अपनाएं।
NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

सत्य साई बाबा का जन्म कब हुआ?
सत्य साई बाबा का जन्म 23 नवंबर 1926 को हुआ था।
सत्य साई बाबा की शिक्षाओं का क्या महत्व है?
उनकी शिक्षाएं प्रेम, सेवा और अहिंसा पर आधारित हैं, जो मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
सत्य साई बाबा की सेवाएं कब शुरू हुईं?
सत्य साई बाबा की सेवाएं 1960 में संस्थानों की स्थापना के साथ शुरू हुईं।
प्रशांति निलयम क्या है?
प्रशांति निलयम सत्य साई बाबा का आश्रम है, जो आज भी आध्यात्मिक कार्यक्रमों का केंद्र है।
सत्य साई बाबा का संदेश क्या है?
उनका संदेश 'सबसे प्रेम करो, सबकी सेवा करो' और 'हमेशा मदद करो, कभी दुख मत दो' है।
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