क्या सऊदी अरब हादसे में मृतकों के परिजनों को मुआवजा देगी भारत या सऊदी सरकार?: अबू आजमी
सारांश
Key Takeaways
- सऊदी अरब में बस दुर्घटना में 42 लोगों की मौत हुई।
- अबू आजमी ने मुआवजे की मांग की।
- परिवारों को वीजा देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
मुंबई, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सऊदी अरब में हुई एक भयानक बस दुर्घटना में कई भारतीय नागरिकों की जान चली गई, जिस पर महाराष्ट्र सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हमें सऊदी सरकार या भारत सरकार से मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग करनी चाहिए।
अबू आजमी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "यह सुनकर बहुत दुख हुआ। ये लोग उमराह के लिए गए थे और इस दुर्घटना में कुल 42 लोगों की जान गई। उनकी यात्रा का उद्देश्य पूरा हुआ। अल्लाह उनके गुनाहों को माफ करे और उन्हें जन्नत नसीब करे। मैं भारत सरकार से निवेदन करता हूं कि वह सऊदी सरकार से इस विषय पर बात करे और जो लोग वहां जाना चाहते हैं, उन्हें तुरंत वीजा दिया जाए।"
उन्होंने आगे कहा कि मृतकों के परिवार के सदस्य वहां जाकर शांति प्राप्त करना चाहते हैं। यदि वहां किसी का शव मिला है तो वे उसे भारत लाना चाहेंगे। जब भारत सरकार सऊदी सरकार से वीजा के लिए बात कर लेगी, तो उन्हें वीजा मिल जाएगा। हर मुस्लिम की अंतिम इच्छा होती है कि उसे मदीना में दफनाया जाए। अल्लाह उनकी आत्मा को शांति दे।
अबू आजमी ने यह भी कहा, "मैं इस मुद्दे पर लगातार प्रयास कर रहा हूं। मैं सऊदी वाणिज्य दूत के संपर्क में हूं। गुरुवार दोपहर 12 बजे मेरी उनसे मुलाकात है। मैं उनसे बात करूंगा और एक पत्र सौंपूंगा। हम सऊदी सरकार या भारत सरकार से मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग करेंगे।"
सोमवार को सऊदी अरब में 44 लोगों के साथ एक गंभीर हादसा हुआ। यह दुर्घटना सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना से लगभग 25 किलोमीटर दूर हुई। पीड़ित परिवारों का कहना है कि भारत सरकार को मारे गए लोगों के शवों को यहां लाने की व्यवस्था करनी चाहिए। यदि यह संभव न हो तो मदीना में उनके दफन की व्यवस्था की जाए।
अल-मक्का टूर्स एंड ट्रैवल्स के 20 और फ्लाईजोन टूर्स एंड ट्रैवल्स के 24 लोग 9 नवंबर को फ्लाइट से मक्का के लिए रवाना हुए थे। दोनों समूहों में 16 बच्चे भी शामिल थे।