क्या सऊदी अरब में भारतीय युवक को पुलिस की गोली लगी? जानें पूरी कहानी
सारांश
Key Takeaways
- सऊदी अरब में भारतीय युवक की जान गई।
- विजय की पत्नी को वॉइस रिकॉर्डिंग में घटना का वर्णन किया।
- विधायक ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
- पीड़ित परिवार की सहायता के लिए अपील की गई।
- ट्यूनिशिया में फंसे मजदूरों की मदद की जाएंगी।
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सऊदी अरब में एक भारतीय युवक की गोली लगने से जान चली गई। झारखंड के विजय कुमार महतो को सऊदी अरब में पुलिस की गोली लगी। यह घटना तब हुई जब अरब पुलिस और स्मग्लरों के बीच गोलीबारी हो रही थी। इसी दौरान विजय को गोली लगी।
विजय महतो झारखंड के गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड के मधगोपाली पंचायत के निवासी थे और हुंडई इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत थे। कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने उन्हें कुछ सामग्री लेने के लिए भेजा था।
विजय सामान लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान वहां पर पुलिस स्मग्लरों को पकड़ने के लिए फायरिंग कर रही थी। फायरिंग के दौरान एक गोली उन्हें लग गई। इसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, इलाज के दौरान २४ अक्टूबर
विजय ने अपनी पत्नी को एक वॉइस रिकॉर्डिंग भेजी थी, जिसमें उन्होंने कहा कि पुलिस किसी और पर फायरिंग कर रही थी, तब गलती से गोली उन्हें लगी। इस मामले में विधायक जयराम कुमार महतो ने भारतीय दूतावास, झारखंड के राज्यपाल और गिरिडीह के डीसी को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
उन्होंने मृतक के पार्थिव शरीर को जल्दी भारत लाने की व्यवस्था करने और पीड़ित परिवार के लिए कानूनी और वित्तीय मदद की अपील की है।
इस घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है। विजय अपने पीछे ५ और ३ साल के दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं।
इसके अलावा, झारखंड के तीन जिलों से ४८ मजदूरों के ट्यूनिशिया में फंसे होने की जानकारी मिली है। इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मदद का निर्देश दिया है। मजदूरों ने वीडियो जारी कर सहायता मांगी थी।
ट्यूनिशिया में फंसे मजदूरों ने बताया कि उन्हें चार महीने से सैलरी नहीं मिली है और उनसे ओवरटाइम करवाया जा रहा है।
हालांकि, मामले की जानकारी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मिल गई है। उन्होंने उचित कार्रवाई कर मजदूरों की मदद का निर्देश दिया है। वहीं, ट्यूनिशिया में भारतीय एंबेसी से भी मदद की अपील की है।