क्या सावन के पहले दिन सीएम योगी ने रुद्राभिषेक किया और प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की?

सारांश
Key Takeaways
- सावन का महीना भगवान शिव की पूजा का विशेष समय है।
- मुख्यमंत्री ने रुद्राभिषेक का आयोजन किया।
- भक्तों की लंबी कतारें काशी विश्वनाथ मंदिर में देखी गईं।
- सावन में चार सोमवार आएंगे।
- भक्तों की सुविधा के लिए मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं।
गोरखपुर, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सावन के पहले दिन यूपी के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह रुद्राभिषेक और हवन का आयोजन किया। रुद्राभिषेक का अनुष्ठान संपन्न करने के बाद उन्होंने भगवान शिव से सभी के कल्याण और सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के अपने निवास पर शक्तिपीठ में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। उन्होंने बिल्व पत्र, दुर्वा, मदार पत्र, कमल पुष्प और अन्य पूजन सामग्री अर्पित की, फिर जल, दूध और मौसमी फलों के रस से अभिषेक किया। मठ के विद्वान आचार्यों और पुरोहितों ने शुक्ल यजुर्वेद के रुद्राष्टाध्यायी मंत्रों के साथ रुद्राभिषेक संपन्न कराया। इसके बाद योगी ने वैदिक मंत्रों के बीच हवन भी किया।
रुद्राभिषेक अनुष्ठान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों के आरोग्यमय, सुखमय, समृद्धमय और शांतिमय जीवन की मंगलकामना की।
आज से सावन का पवित्र महीना शुरू हो गया है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष है। वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। इस बार सावन में चार सोमवार आएंगे, और हर सोमवार को बाबा विश्वनाथ का अलग-अलग शृंगार होगा। काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की सुविधा के लिए पांच जगहों पर मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं, जहां डॉक्टर तीन पालियों में उपलब्ध रहेंगे।
लोधेश्वर, गोला और कानपुर के परमट मंदिर में भी भक्त सुबह से दर्शन के लिए कतार में खड़े हैं। राज्य के अन्य शिव मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई है। कई भक्तों ने पंडितों के साथ शिव महाभिषेक, महामृत्युंजय जाप और रुद्राभिषेक किया। सावन के पूरे महीने सभी शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाएगा।