क्या सिर्फ मछली ही नहीं, ये शाकाहारी चीजें भी ओमेगा-3 का पावरहाउस हैं?
सारांश
Key Takeaways
- अलसी के बीज - ओमेगा-3 का बेहतरीन स्रोत।
- चिया बीज - पाचन में सुधार करते हैं।
- अखरोट - दिमागी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद।
- सरसों का तेल - रोजाना उपयोग करें।
- भांग के बीज - पौष्टिकता से भरपूर।
नई दिल्ली, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओमेगा-3 को आमतौर पर मछली से जोड़ा जाता है, लेकिन सच यह है कि हमारे चारों ओर ऐसी कई देसी, शुद्ध और पूरी तरह शाकाहारी चीजें हैं जिनसे शरीर को भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 मिल सकता है।
आजकल थकान, तनाव, बालों का झड़ना और भूलने की समस्या आम हो गई है। कई लोग इसे उम्र के प्रभाव का परिणाम मानते हैं, लेकिन असल में इसका कारण है कि हमारे आहार में पौष्टिकता कम होती जा रही है। शरीर खुद ओमेगा-3 नहीं बना सकता, इसलिए इसे रोजाना के खाने में शामिल करना बेहद जरूरी है।
ओमेगा-3 सूजन को कम करता है, दिल की सुरक्षा करता है, याददाश्त और नींद को सुधारता है, मन को शांति प्रदान करता है और त्वचा एवं बालों की सेहत में सुधार लाता है। आंखों, दिल और इम्यूनिटी के लिए भी यह अत्यंत आवश्यक है।
सबसे पहले बात करते हैं अलसी के बीज की। यह ओमेगा-3 का सबसे प्रभावी देसी स्रोत है। रोजाना 1 चम्मच पिसी अलसी को दही, सलाद या दलिया में मिलाकर लें। चिया बीज भी एक बेहतरीन विकल्प हैं। इन्हें रात में भिगोकर सुबह दूध या पानी के साथ सेवन करने से पेट साफ रहता है और त्वचा में निखार आता है। अखरोट को दिमाग का फल कहा जाता है। सुबह भिगोकर रखे गए 2-3 अखरोट खाने से दिमाग की कार्यक्षमता और नींद में सुधार होता है।
भांग के बीज भी बहुत पौष्टिक होते हैं, इनका स्वाद तिल के समान होता है और इन्हें सलाद या दही में डाल सकते हैं।
हमारी रसोई में मौजूद सरसों का तेल भी ओमेगा-3 का एक अच्छा स्रोत है, विशेषकर ठंडा पिसा हुआ तेल। इसका थोड़ा-बहुत इस्तेमाल रोजाना करना लाभकारी है। राजगीरा (रामदाना) और मेथी के बीज भी शरीर को अच्छे फैट और पोषक तत्व प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, शैवाल आधारित सप्लीमेंट भी उपयोग किए जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।
इन चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बहुत आसान है। सुबह अखरोट, दोपहर के सलाद में अलसी पाउडर, कभी-कभी चिया वाला दूध और खाने में थोड़ा सरसों का तेल। हफ्ते में 2-3 बार भांग के बीज का सेवन भी किया जा सकता है।
इसके अलावा, पिसी अलसी, अखरोट के टुकड़े, थोड़ा तिल और चुटकीभर हल्दी का मिश्रण दही या दूध के साथ लेना भी लाभकारी होता है।