क्या शारदीय नवरात्रि में झंडेवालान मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा?

सारांश
Key Takeaways
- नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा की आराधना करने का समय है।
- झंडेवालान मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ इस पर्व की विशेषता को दर्शाती है।
- मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है।
- नवरात्रि के दौरान हर दिन मां के अलग स्वरूप की पूजा का महत्व है।
- यह पर्व आस्था और एकजुटता का प्रतीक है।
नई दिल्ली, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व सोमवार से आरंभ हो चुका है। यह नौ दिवसीय उत्सव मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा का प्रतीक है। पहले दिन भक्तों ने मां शैलपुत्री की आराधना करते हुए कलश की स्थापना की। नवरात्रि के हर दिन मां के एक विशेष स्वरूप की पूजा का महत्व होता है।
दिल्ली के प्रसिद्ध झंडेवालान देवी मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। तड़के 5 बजे से भक्तों की लंबी कतारें लगना शुरू हो गई थीं। मंदिर परिसर 'जय माता दी' के जयकारों से गूंज उठा और पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
मंदिर प्रशासन और सेवादारों ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। सेवादार भक्तों की सुविधा के लिए लगातार तत्पर हैं, ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई कठिनाई न हो।
मंदिर में दर्शन करने पहुंची एक महिला भक्त ने बताया कि आज नवरात्रि का पहला दिन है, और मैं सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएं देना चाहूंगी। यहां आकर मन को शांति मिलती है। यहां मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
एक अन्य श्रद्धालु आभा रौशन ने कहा कि मैं हर साल यहां आती हूं। मंदिर की व्यवस्था शानदार है। यहां आकर आत्मिक सुख मिलता है। एक अन्य भक्त ने कहा कि नवरात्रि पर मां की आस्था उन्हें हर साल यहां खींच लाती है। वे पूरे नौ दिनों तक दर्शन के लिए आएंगे।
नवरात्रि के अवसर पर केवल दिल्ली में ही नहीं, बल्कि अन्य मंदिरों में भी विशेष समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। दिल्ली के अधिकांश मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का रेला देखने को मिल रहा है।