क्या 'शौर्य भारत कार रैली' ने वायुसेना प्रमुख से हरी झंडी पाई, सशस्त्र बलों को सम्मान देने की पहल?

सारांश
Key Takeaways
- शौर्य भारत कार रैली का उद्देश्य सशस्त्र बलों का सम्मान करना है।
- रैली में भाग लेने वाले युवाओं को प्रेरित किया जाएगा।
- यह रैली पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी।
- रैली का समापन २८ जुलाई को होगा।
- इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग किया जा रहा है।
नई दिल्ली, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। देशभक्ति, पर्यावरण जागरूकता और युवाओं तक पहुंच का अनूठा संगम प्रस्तुत करते हुए ‘शौर्य भारत कार रैली’ को शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित एयर फोर्स स्टेशन से वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह रैली प्रोग्रेस हार्मनी डेवलपमेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) और भारतीय वायुसेना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है।
‘राष्ट्र का मान, शौर्य के साथ, पर्यावरण का विकास’ थीम पर आधारित इस रैली का उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों के साहस और वीरता का सम्मान करना तथा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को याद करना है। साथ ही, यह अभियान हरित परिवहन और पर्यावरणीय संरक्षण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
रैली २५ से २७ जुलाई तक दिल्ली से एयर फोर्स स्टेशन आदमपुर तक जाएगी, जिसमें एएफ स्टेशन अंबाला होते हुए लगभग ८०० किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।
इस अभियान में भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना, कोस्ट गार्ड, डीआरडीओ और एनसीसी के कुल ११२ प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। रैली का संचालन डायरेक्टोरेट ऑफ एडवेंचर के तत्वावधान में किया जा रहा है।
इस रैली में टाटा द्वारा प्रायोजित ४० वाहन शामिल हैं, जिनमें अधिकांश इलेक्ट्रिक व्हीकल हैं। यह भारत की सस्टेनेबल मोबिलिटी और हरित विकास की दिशा में उठाया गया ठोस कदम है।
रैली के मार्ग में यह काफिला कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में रुककर छात्रों से संवाद करेगा। इसका उद्देश्य युवाओं को सशस्त्र बलों में करियर के लिए प्रेरित करना और उनमें साहस, अनुशासन और देशभक्ति जैसे मूल्यों का संचार करना है।
‘शौर्य भारत कार रैली’ देश की सैन्य परंपरा और हरित भविष्य की दिशा में आगे बढ़ते भारत की सोच को दर्शाती है। यह पहल जहां एक ओर सशस्त्र बलों के अदम्य शौर्य को नमन करती है, वहीं दूसरी ओर पर्यावरणीय उत्तरदायित्व की भी मजबूत मिसाल पेश करती है।
रैली का समापन २८ जुलाई, रविवार को एयर फोर्स स्टेशन आदमपुर में होगा, जो सशस्त्र बलों के प्रति एक महत्वपूर्ण श्रद्धांजलि और हरित भारत की दिशा में एक सशक्त संदेश होगा।