क्या श्रीनगर एयरपोर्ट ने सर्दियों और कोहरे के लिए पूरी तैयारी की है?
सारांश
Key Takeaways
- सर्दियों में एयरपोर्ट की तैयारियों की जांच हुई।
- कोहरे में संचालन के लिए विशेष प्रोटोकॉल का परीक्षण।
- सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई।
- यात्री सुविधाओं की पूर्ण व्यवस्था की गई।
- सर्दियों में उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश।
श्रीनगर, १३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने सर्दियों और बर्फबारी के मौसम को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारियों की गहन जांच के लिए एक व्यापक अभ्यास किया। यह ड्राई रन शनिवार को संपन्न हुआ।
इसका मुख्य उद्देश्य कोहरे और कम दृश्यता वाली स्थितियों में एयरपोर्ट के संचालन को निर्बाध बनाना था। एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने यह अभ्यास एयरलाइंस, सीआईएसएफ, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियों, मेडिकल यूनिट और अन्य सभी संबंधित पक्षों के सहयोग से किया।
अभ्यास का मुख्य मकसद खराब मौसम में एयरपोर्ट की पूरी व्यवस्था का परीक्षण करना था। इसमें बुनियादी ढांचे, प्रणाली और कर्मचारियों की तैयारियों को परखा गया। सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करना भी इसका एक महत्वपूर्ण उद्देश्य था, ताकि यात्रियों की सुविधाएं और उड़ान संचालन दोनों प्रभावित न हों।
टर्मिनल बिल्डिंग में हीटिंग सिस्टम की अच्छी तरह से जांच की गई, ताकि ठंड में यात्रियों को कोई समस्या न हो। प्रतीक्षालय, लाउंज और आने-जाने के रास्तों का निरीक्षण किया गया। रोशनी की व्यवस्था, पीने के पानी और शौचालयों की सुविधाओं का भी मूल्यांकन किया गया। यात्री कुर्सियां और लैपटॉप चार्जिंग पॉइंट्स की संख्या की पर्याप्तता की पुष्टि की गई। सर्दियों में सफाई और शौचालयों के रखरखाव के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों और सामान की व्यवस्था की समीक्षा की गई।
कोहरे और कम दृश्यता के लिए विशेष प्रोटोकॉल की जांच हुई। एयर ट्रैफिक कंट्रोल, एयरलाइंस, एप्रन कंट्रोल और टर्मिनल संचालन के बीच समन्वय की भी समीक्षा की गई। अगर उड़ानें देरी से हों, डायवर्ट हों, या रद्द हों तो यात्रियों के लिए क्या इंतजाम हैं, इसकी भी जांच की गई।
सुरक्षा के लिहाज से सीआईएसएफ की तैयारियां देखी गईं ताकि भीड़ होने पर यात्रियों का प्रवाह सुचारू रूप से संभाला जा सके। आपातकालीन रास्ते और प्रतिक्रिया व्यवस्था की भी जांच की गई। निगरानी प्रणाली और पहुंच नियंत्रण को भी परखा गया।
एयरसाइड और लैंडसाइड के बीच तालमेल पर चर्चा हुई। खराब मौसम में कर्मचारियों और उपकरणों की उपलब्धता की समीक्षा की गई। सड़क पर ट्रैफिक और यात्रियों की आवाजाही के इंतजाम भी देखे गए। सभी पक्षों की जिम्मेदारियां दोहराई गईं और सूचना साझा करने के चैनलों को मजबूत करने पर जोर दिया गया। यात्रियों को उड़ानों की सही जानकारी समय पर देने की हिदायत दी गई।
अभ्यास में कुछ छोटी-मोटी कमियां नजर आईं, जिन्हें सुधारने के लिए संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए गए। सभी को सर्दी के मौसम में उच्च सतर्कता बनाए रखने के लिए कहा गया। एयरलाइंस को यात्रियों से पहले से समन्वय करने की सलाह दी गई।
यह अभ्यास सफल रहा और इससे श्रीनगर एयरपोर्ट की सर्दियों, बर्फबारी और कोहरे के लिए मजबूत तैयारी का विश्वास मिला। खराब मौसम में भी उड़ानें सुचारू रहें और यात्रियों को आराम मिले, इसके लिए निरंतर निगरानी और समीक्षा की जाएगी।